लुधियाना-होशियारपुर : देश की सरहदों की रक्षा की खातिर एक और पंजाबी जवान ने जान कुर्बान कर दी। 17 जनवरी को बर्फीले तूफान के दौरान शहीद हुए होशियारपुर स्थित गांव जहूरा के फौजी जवान हवालदार बलजिंद्र सिंह का आज अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में कर दिया गया।
इस दौरान शहीद की शहादत को सलाम करने के लिए परिवारिक सदस्यों के अलावा आसपास के दर्जनों गांवों के लोग पहुंचे हुए थे। इस अवसर पर बहुत से प्रशासनिक अधिकारी और सियासी आगु भी मोजूद थे जिन्होंने तिरंगे में लिपटे जवान को श्रद्धांजलि भेंट की।
लेह-लददाख में देश की रक्षा के लिए तैनात हवालदार बलजिंद्र सिंह पिछले दिनों डयूटी के दौरान आएं बर्फीले तूफान की लपेट में आने के कारण शहीद हो गया था। इसी संबंध में जानकारी देत हुए बलजिंद्र सिंह के भाई सुखविंद्र सिंह ने बताया कि उसका भाई जोकि सिखलाई में हवालदार की नौकरी करता था, जिसकी डयूटी लेह लददाख में थी और वह इस बार दीवाली की छुटटी काटकर डयूटी पर चला गया था, जहां 2 दिन पहले सेना के सूबेदार का फोन आया कि बलजिंद्र सिंह के दिमाग में अचानक ब्लोकच आई है, जिसको तुरंत सेना के अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
आज बाद दोपहर बलजिंद्र की मृतक देह जब गांव जहूरा में स्थित उनके घर की दहलीज पर पहुंची तो चारों तरफ शोक विहुल माहौल था। इस अवसर पर शहीद जवान की माता कुंति देवी और पत्नी प्रदीप कौर का रूदन हृदय विदारक था। हर मोजूद शख्स की आंखें नम थी। अंतिम विदाई के वकत सेना की टुकड़ी ने शहीद को सलामी दी। शहीद की मृतक देह को मुख्यमंत्री के सियासी सलाहकार विधायक संगत सिंह गिलजिया , एडीसी हरप्रीत सुदन, एसडीएम जयोति बाला मटू और सेना के अधिकारियों ने फूल अर्पित करते श्रद्धांजलि दी।
उधर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने बलजिंद्र सिंह की मौत पर गहरा दुख प्रकट किया। टिवटर के जरिए पारिवारिक सदस्यों से दुख प्रकट करते कैप्टन ने कहा कि यह सुनकर उन्हें बेहद दुख है कि देश की रक्षा करते हुए गलेशियर में एक और फौजी जवान ने जान दे दी। उन्होंने सरकार द्वारा बलजिंद्र सिंह को 12 लाख की एक्स ग्रांट और पारिवारिक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान भी किया।
- सुनीलराय कामरेड