पंजाब के मोहाली में शनिवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के घर के पास विरोध कर रहे 200 अज्ञात लोगों के साथ आम आदमी पार्टी के लोकसभा सांसद भगवंत मान और विधायक हरपाल सिंह चीमा समेत पार्टी के 23 सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। ये जानकारी मोहाली के एसएसपी ने दी है। एसएसपी सतिंदर सिंह के आदेश पर आईपीसी की धारा 188 और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धारा 51ए के तहत 23 लोगों को नामजद करते हुए कुल 200 लोगों के खिलाफ कोरोना नियमों का पालन न करने के लिए मुकदमा दर्ज किया।
एक महीने में यह दूसरी बार है जब कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेताओं सहित 200 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। इससे पहले 7 जून को स्वास्थ्य मंत्री के विरोध में जमा हुए आप नेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी कोरोना नियमों का उल्लंघन करने पर मोहाली में मुकदमा दर्ज हुआ था।
शनिवार को आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के फार्महाउस पर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस की तरफ से सुरक्षा में लगाई गई बैरिकेड को प्रदर्शनकारियों ने तोड़ दिया। इस दौरान आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान की तबीयत खराब होने पर वो लौट गए। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस प्रदर्शन के बाद से मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सीएम के फार्म हाउस का बिजली मीटर चेक करने आए थे भगवंत मान
सांसद भगवंत मान ने कहा कि राज्य के लोग जहां धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, तो वहीं एक शख्स अपने घर पर बैठकर मजे ले रहा है। उन्होंने कहा कि हम सीएम के फार्म हाउस का बिजली मीटर चेक करने आए हैं, जिससे पता चल सके कि यहां कितने घंटे बिजली की कटौती हो रही है। भगवंत मान ने आरोप लगाया कि अकाली दल और बीजेपी की सरकार में लागू पंजाब विरोधी बिजली समझौते और माफिया राज कैप्टन के शासन काल में भी धड़ल्ले से चल रहे हैं।
भगवंत मान ने कहा कि बिजली विभाग के मंत्री होने के नाते सीएम को मौजूदा बिजली संकट की जिम्मेदारी लेनी होगी। वहीं बिजली संकट पर अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल के प्रदर्शन को भगवंत मान ने नौटंकी बताया। पिछले कई दिनों से लगातार प्रदेश में बिजली की लंबी कटौती की जा रही हैं। बिजली कटौती से लोगों को इस गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।