कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के नेतृत्व वाले संगठन से जुड़े चार सदस्यों को पंजाब से गिरफ्तार करने के बाद रविवार को असम के डिब्रूगढ़ लाया गया। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
ये चारों आरोपी उन 78 लोगों में शामिल हैं, जिन्हें अमृतपाल की अगुवाई वाले ‘वारिस पंजाब दे’ के खिलाफ पंजाब सरकार की बड़ी कार्रवाई के दौरान शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। अमृतपाल कई आपराधिक मामलों में वांछित है।
पंजाब पुलिस के एक अधिकारी तेजबीर सिंह हुंडल ने बताया, 'पंजाब में गिरफ्तार किए गए चार लोगों को यहां लाया गया है। उन्हें डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल में रखा जा रहा है।'
यहां लाए गए चार आरोपी दलजीत सिंह कालसी, भगवंत सिंह, गुरमीत सिंह और पी.बजेका हैं।
असम पुलिस के एक अधिकारी ने बतााय कि आम आदमी पार्टी (आप) शासित राज्य की 27 सदस्य टीम चार आरोपियों के संग डिब्रूगढ़ आई है जिसमें पुलिस महानिरीक्षक स्तर का एक अफसर भी शामिल है।
हालांकि, डिब्रूगढ़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) श्वेतांक मिश्रा सहित कोई भी अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं है कि इन चारों आरोपियों को 2,500 किलोमीटर दूर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित असम में क्यों लाया गया है?
इस समय दिल्ली में मौजूद असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि उनका राज्य जेल में आरोपियों को आवश्यक सुरक्षा प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा, “ कई बार एक राज्य में गिरफ्तार किए गए ऐसे लोगों को दूसरे राज्य की जेल में भेज दिया जाता है। मेरी जानकारी के अनुसार, चार लोगों को पंजाब पुलिस ने भेजा है। हम उन्हें जेल में पूरी सुरक्षा मुहैया कराएंगे।”
दुबई से लौटा अमृतपाल फिलहाल फरार है। उसे पिछले साल ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख बनाया गया था। इस संगठन की स्थापना अभिनेता-कार्यकर्ता दीप सिद्धू ने की थी जिनकी एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी।