लुधियाना, : कैशाल नगर के निकट स्थित एक सरकारी हाई स्कूल में आज उस समय बडा हादसा होने से टल गया जब यहां पर मिड डे मिल बनाने के दौरान गैस सिलेंडर की पाइप फट गई और रसोई कमरे में लग गई। आग से मिड डे मील बना रही मेड कुक भी झुलस गई। आग लगने का शोर मचने पर प्रिंसिपल व स्टाफ ने तुरंत स्कूली बच्चों को पहले सुरक्षित बाहर निकाल कर खाली करवाया गया और उसके बाद स्कूल में मौजूदा अगिनशमक यंत्रों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया।
जिससे सिलेंडर में धमाका होने से बच गया। यहां बता दें कि यह स्कूल केवल साढे तीन सौ गज में बना हुआ है लेकिन यहां पर प्राइमरी व हाइ स्कूली शिक्षा हासिल करने के लिए करीब साढे सात सौ बच्चे पढते है और स्कूल के अंदर व बाहर आने के लिए एक ही गेट मौजूद है। ऐसे में अनहोनी होने पर बडा हादसा होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। क्योंकि मौके पर दो सिलेेंडर मौजूद थे।
मेड कुक तारों ने बताया कि वह आज सुबह करीब पौने दस बजे मिड डे मील के खाने के लिए पहले चावल तैयार करने के बाद कढी-पकौडे बनाने की तैयारी कर रही थी कि अचानक गैस सिलेंडर की पाईप फट गई और आग लग गई। उसने पहले खुद आग बुझाने की कोशिश की लेकिन यह न बुझी और उसका हाथ भी झुलस गया। मौके की गंभीरता को देखते हुए उसने भागकर शोर मचाते हुए आग की जानकारी स्कूल की प्रिंसिपल परमिंदर कौर को दी।
स्कूल की प्रिंसपिल परमिंदर कौर ने बताया कि शोर मचने पर दूसरा स्टाफ भी क्लास से बाहर आ गया और सबसे पहले स्कूल में मौजूद करीब साढे सात सौ बच्चों को स्कूल की बिल्डिंग से बाहर दूर खडा किया गया। जिसके बाद स्कूल के अध्यापकों विनोद कुमार व कंवलजीत सिंह ने हिममत दिखाते हुए स्कूल में पडे अगिनशमक यंत्रों की सहायता से आग लगी रसोई में छिडकाव करके आग पर काबू पा लिया। प्रिंसिपल ने बताया कि इस बिल्डिंग में प्राइमरी व हाई स्कूल चलता है तथा करीब साढे तीन सौ गज वाली जगह में साढे सात बच्चा पढता है तथा स्कूल के अंदर व बाहर आने के लिए एक ही गेट है। स्कूल में अगिनशमक यंत्र होने के कारण खुद ही आग बुझा ली और इसकी सूचना फायर बिग्रेड को नहीं दी। डीईओ व पुलिस को जानकारी देने बारे पूछने पर भी उसने अभी ऐसा करने से इंकार किया।
बहराल, आग पर काबू पाने के बाद स्कूल पुन: शुरू हो गया है। लेकिन सवाल यह उठता कि जिस प्रकार छोटी जगह में इतनी बडी तादाद में बच्चों को पढाया जा रहा है और स्कूल की एंट्री व बाहर जाने के लिए एक ही गेट है, ऐसे में बडी घटना होने की सूरत में क्या स्थितियां पनपेगी, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
– सुनीलराय कामरेड