लुधियाना-गुरदासपुर : सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था श्री अकाल तख्त साहिब के सबसे विवादित मोजूदा जत्थेदार सिंह साहिबान ज्ञानी गुरबचन सिंह पिछले दिनों चुप्पी के बाद धीरे-धीरे अपनी गतिविधियों को बढा रहे है। ज्ञानी गुरबचन सिंह ने दावा किया कि तीनों तख्तों के जत्थेदार उनके साथ है और बायकाट वाली खबरें मनगढ़ंत है। उन्होंने करतारपुर साहिब कैरीडेार के बारे में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की सरकार द्वारा हां, पक्षी रैवया दिखलाने के पश्चात भारत सरकार को भी उचित कदम उठाने की अपील की है।
ज्ञानी गुरबचन सिंह आज सीमावर्ती जिले गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक पहुंचे हुए थे। यहां पहुंचकर करतारपुर साहिब के रास्ते के खुलने के लिए उन्होंने उपस्थित सिख संगत के साथ अरदास की और दोनों मुल्कों की सरकारों को भी कैरीडोर खोलने के लिए उचित कदम उठाने की अपील की। मोके पर पहुंचे पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए सिंह साहिब ने कहा कि मीडिया द्वारा पंजाब के तीनों तखतें के जत्थेदारों द्वारा उनका बायकाट करने की खबरें मनगढ़ंत है और तीनों तख्तों के जत्थेदारें उनके साथ है।
बेअदबी मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा – अमरिंदर
स्मरण रहे कि पिछले दिनों खबरें आई थी कि तीनों तख्तों के जत्थेदारों ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के साथ बैठकों में हिस्सा लेने से इंकार किया है। इसके पश्चात पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह ने भी ज्ञानी गुरबचन सिंह को सेवानिवृत हो जाने की अपील की थी। इसके बाद गुरबचन सिंह ने स्वयं के साथ जत्थेदारों का साथ होने की बात की है।