संगरूर : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज स्पष्ट किया कि वर्ष 2015 में घटित बेअदबी और पुलिस गोलीबारी की घटनाओं की जांच के लिए बनाई गई विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) द्वारा बादलों और फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार को सम्मन जारी करने में उनकी सरकार की कोई भूमिका नहीं है। कैप्टन सिंह ने यहां होमी भाभा कैंसर अस्पताल के उद्घाटन के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि विशेष जांच टीम स्वतंत्र एजेंसी है जिसमें सरकार का कोई द़खल नहीं। पिछले विधानसभा सत्र में सर्वसम्मति से हुए फ़सले के अनुसार स.आई.टी। का गठन करना उनकी सरकार का काम था जो उन्होंने कर दिया है और अब जांच की जिम्मेदारी एस.आई.टी। के कंधों पर है।
मुख्यमंत्री ने मंडियों में किसानों की फ़सल का एक -एक दाना उठाने के लिए अपनी सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुये कहा कि उन्होंने केन्द्रीय उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री को रामबिलास पासवान को पत्र लिख कर नमी की मात्रा का मामला हल करने के आग्रह किया है। कटाई से पहले बेमौसमी और भारी बारिश होने से यह समस्या पैदा हुई है। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में जल्द ही 588 डाक्टरों की तैनाती की जायेगी। सरकार ने अध्यापकों को उचित पेशकश की थी कि या तो वह प्रोबेशनरों के तौर पर रेगुलर नौकरी पर उपस्थित हों या फिर ठेके के आधार पर सेवाएं जारी रखें।
उन्होंने कहा कि इस पेशकश को स्वीकृत या रद्द करना अब अध्यापकों पर निर्भर है। योज्ञ नौजवानों को स्मार्ट फ़न देने के चुनावी वायदे संबंधी मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंधी टैंडरिंग प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी है और मोबाइल देने का काम जल्द ही शुरू हो जायेगा। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के ऐलान के बारे में उन्होंने कहा कि चुनाव का ऐलान होने के बाद उम्मीदवारों का फैसला लिया जायेगा।1