पंजाब की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने गुरुवार को कहा कि अमृतसर समेत राज्य के अधिकतर महानगरों में स्मार्ट सिटी के नाम पर गरीबों को उजाड़ जा रहा है। प्रो.चावला ने कहा कि राज्य सरकार शहरों को साफ सुथरा रखने, कूड़ के ढेरों और गंदगी से जनता को राहत पहुंचाने तथा खुले में शौच मुक्त करने में भी असफल रही और नगर निगम स्मार्ट सिटी और सुंदर शहर बनाने के नाम पर पीला पंजा (जेसीबी) चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अमृतसर शहर में सरकारी सौंदर्यीकरण के नाम पर खोखे गिराने, रेहड़ी वालों को सड़कों से हटा दिया गया, बहुत से लोगों की रेहड़ जब्त करके उनका सामान फेंक दिया। जिससे इन लोगों की रोजीरोटी खतरे में पड़ गयी है। उन्होंने कहा जिन अधिकारियों और राजनेताओं के इशारे पर यह कार्रवाई की गयी है उन्हें दंडित किया जाए।
प्रो.चावला ने कहा कि सरकार यह भूल गई कि रेहड़ी लगवाने वाले नेता वोटों के लिए और अधिकारी, कर्मचारी नोटों के लिए अतिक्रमण करवाते हैं। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में ‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स’ में भारत भुखमरी से पीड़ित देशों में 102वें स्थान पर है। सरकार क्या चाहती है कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर लोगों को और भूखा मारा जाए, ताकि दुनिया की निगाहों में भारत इस सूची में और नीचे गिर जाए। उन्होने कहा कि सरकार गरीबों पर इस तरह का अत्याचार न करे ओर ठीक दीपावाली से पहले लोगों से उनकी रोजी रोटी न छीने।