लुधियाना-अमृतसर : नेशनल पीपल्स फ्रंट एनपीएफ ने भारत सरकार से मांग की है कि यूके की धरती पर रिफ्रेंडम-2020 के बैनर तले भारत को तोडऩे की साजिश के तहत खालिस्तान बनाने का प्रस्ताव पारित करवाने की कोशिश में लगे संगठन सिख फार जस्टिस पर प्रतिबंध घोषित किया जाएं। इस आतंकवादी समर्थक संगठन की ओर से भारत के अंदर भी जो गतिविधियां इस के कार्यकर्ताओं और समर्थकों की ओर से चलाई जा रही है उनको पूरी तरह बंद करवाना समय की जरूरत है। अब भारत के सेना मुखी जरनल रावत ने भी इस संगठन की भारत विरोधी व देश को तोडऩे वाली गतिविधियों का खुलासा कर दिया है।
एनपीएफ के अध्यक्ष एडवोकेट गगनदीप भाटिया और महासचिव राजविंदर राजा ने प्रधानमंत्री कार्यालय और और केंद्रीय गृह म़ंत्रालय को इस संबंध में अलग अलग पत्र भी भेजे है। एनपीएफ नेताओं ने कहा कि सिख फार जस्टिस नाम का संगठन भारत के पंजाब क्षेत्र को तोडक़र अलग देश खालिस्तान के लिए दुनिया भर में प्रचार कर रहा है।
पंजाब के अंदर भी यह संगठन अपने कार्यकर्ताओं को रिफ्रेंडर 2020 का प्रचार करने के लिए बडे स्तर पर फंड मुहैया करवा रहा है। इस प्रचार के तहत देश को तोडऩे की जो साजिशें अमरीका, कनाडा और इंगलैंड की धरती पर रची जा रही है। पिछले दिनों पंजाब के अंदर सुरक्षा एजेंसियों ने इस संगठन के दो वर्करों को अमृतसर से भारी मात्रा में प्रचार समाग्री के साथ गिरफ्तार भी किया था। अब यह भी सामने आ रहा है कि इस संगठन के लोगों के संबंध यहां आईएसआई के साथ है वहीं कुछ कश्मीरी आतंकवादी संगठन के लोगों का भी सिख फार जस्टिस के साथ निकटता है। भारत व खासकर पंजाब की सीमांत क्षेत्र के युवाओं को यह संगठन अपने प्रचार के लिए जोडऩे की कोशिशों में लगा हुआ है।
उन्होंने कहा कि भारत के राष्ट्रवादी लोग और एनपीएफ किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगी कि किसी संगठन के लोग भारत की धरती पर बैठ कर भारत को तोडऩे की कोशिशें करें। देश को तोडऩे वाली इस तरह की शक्तियों के देश विरोधी अभियान को रोकने के लिए इस तरह के संगठनों पर प्रतिबंध लगाना अति जरूरी है। उन्होंने कहा कि एनपीएफ की ओर से भारत के अंदर व खासकर पंजाब के अंदर भी रिफ्रेंडम 2020 का विरोध करेगी और सभी देश भगत व राष्ट्रवादी शक्तियों से अपील करेगी कि रिफ्रेंडम का प्रचार करने वाली देश विरोधी काली शक्तियों का खुल कर विरोध किया जाए।
एनपीएफ नेताओं ने कहा कि आज देश को कमजोर करने वाली शक्तियां एक जुट हो रही है इस लिए इनका मुकाबला करने वाले देश भगत व राष्ट्रवादी संगठनों को भी एक जुट होना होगा। इस अवसर पर उनके साथ नेशनल स्टूडेंट्स फेडरेशन के सचिव राजबीर सिंह राजबिंदर व उपाध्यक्ष सतविंदर सिंह भी मौजूद थे।
– सुनीलराय कामरेड