लुधियाना : हत्या के मामले में जेल से जमानत पर छूटने के उपरांत भगौड़ा आरोपी अपने 2 साथियों के साथ मिलकर कर रहा था नशे की तस्करी। उसके दोनों साथियों पर भी हत्या जैसे संगीन मामले दर्ज थे और सभी भगौड़े थे और इन तीनों आरोपियों को लुधियाना पुलिस ने गिरफतार करने का दावा किया है।
जानकारी के मतुाबिक स्पेशल टास्क फोर्स ने अमृतसर से लाई जा रही डेढ़ किलो हेरोइन व सवा लाख की नकदी के साथ तीन युवकों को काबू किया है। तीनों के खिलाफ थाना सराभा नगर में मामला दर्ज किया गया है। उनको अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है।
एसटीएफ एआइजी सनेहदीप शर्मा ने बताया कि एसटीएफ में तैनात इंस्पेक्टर सुरिंदर सिंह ने साथी पुलिस अधिकारियों के साथ भाई रणधीर सिंह नगर के पास नामदेव चौक के पास नाकाबंदी की थी। एएसआइ सुखदेव सिंह को मुखबिर ने सूचना दी कि तीन युवक नशा लेकर शहर की तरफ आ रहे हैं। पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान आई20 कार को रोककर तलाशी ली तो दो युवकों ने पेट से एक किलो पांच सौ ग्राम हेरोइन बांधी हुई थी। जांच के दौरान इनके पास से 1.25 लाख रुपये भी बरामद हुए हैं।
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तीनों की शिनाख्त दलविंदर सिंह उर्फ जीती निवासी ढंडारी कलां, वरिंदर सिंह उर्फ बंटी निवासी कबीर नगर डाबा रोड और संदीप सिंह टोप निवासी भैरो मुना रोड साहनेवाल के तौर पर हुई है। यह तीनों पिछले काफी समय से ऐशपरस्ती के लिए नशा तस्करी करने लगे थे। पुलिस ने तीनों को अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है।
पकड़े गए आरोपित जीती और टोप के खिलाफ पहले भी हत्या और इरादा-ए-हत्या के मामले दर्ज हैं और वह इन मामलों में पीओ चल रहे थे। इसमें से टोप के खिलाफ भी नशा तस्करी का मामला दर्ज था और वह इसमें जेल से जमानत पर आया हुआ था।
इन आरोपितों के मोबाइल से पुलिस इनके संपर्क तलाश रही है। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि वह किस-किस के साथ संपर्क में थे। बताया जा रहा है कि यह तीनों नशे की सप्लाई के लिए वाट्सएप का इस्तेमाल करते थे।
पुलिस के अनुसार यह हेरोइन अमृतसर से सटे पाकिस्तान बार्डर से भेजी गई थी। इसे लेकर वह लुधियाना ला रहे थे। इनके पास हेरोइन की मात्र ज्यादा थी और इसकी डिलीवरी भी रास्ते में दी थी। हैरत की बात तो यह है कि अमृतसर से डेढ़ सौ किलोमीटर का सफर तय कर कार यहां लाई गई, मगर उन्हें रास्ते में किसी ने भी चेक नहीं किया।
सुनीलराय कामरेड