लुधियाना-अमृतसर : तख्त श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो के सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने आज श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार के रूप में सेवा संभाल ली। उपस्थित सिख संगत ने जयकारों की गूंज में नियुक्ति पर अपनी मोहर लगाई। इस दौरान अलग-अलग तख्तों के पूर्व जत्थेदार सिंह साहिबान, निहंग सिंह दलों, सिख टकसालों, सिख संप्रदायों और कार सेवा वाले महापुरूषों सभा सोसायटियों और पंथक और धार्मिक जत्थेबंदियों के प्रतिनिधियों व पंथक शख्सियतों ने दस्तार रूप सिरौपा भेंट किया।
इस अवसर पर हुए विशेष गुरूमती समागम में श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व सिंह साहिब जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह, दरबार साहिब के हैड ग्रंथी ज्ञानी रघुवीर सिंह, ज्ञानी जगतार सिंह, ज्ञानी इकबाल सिंह पटना साहिब, एसजीपीसी अध्यक्ष भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल, जत्थेदार निहंग बाबा बलबीर सिंह 96 करोड़ी, बाबा हरनाम सिंह खालसा, जत्थेदार अवतार सिंह हित, बीबी जगीर कौर, मनजीत सिंह जीके, भाई रामसिंह हजूर साहिब, डॉ रूप सिंह, संत दरबार सिंह लोपो समेत बड़ी संख्या में अलग-अलग सिख संगठनों के आगु और सिख संगत उपस्थित थी।
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उल्लेखनीय है कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार के साथ-साथ तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार के रूप में भी सेवा निभाएंगे। सेवा संभाल समागम के दौरान सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब के हैड ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को मुबारकबाद देते हुए कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब, सिख कौम का सुप्रीम स्थान है और छठे पातशाह श्री हरगोबिंद साहिब ने इस पावन स्थान की स्थापना सिख सिद्धांतों की रक्षा के लिए की थी।
इस महान स्थान की सेवा संभाल के लिए भाई गुरदास साहिब से लेकर वर्तमान समय तक अनेकों शख्सियतों द्वारा सेवा निभाई गई, जिसकी आज ज्ञानी हरप्रीत सिंह को सेवा प्राप्त हुई है। उन्होंने आशा प्रकट की कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह सिख कौम के सहयोग के साथ पावन तख्तों की मान-मर्यादा और सर्वोच्चता को कायम रखेंगे।
यहां उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर शिरोमणि अकाली दल बादल के किसी भी बड़े सियासी आगु को इस समागम में नही देखा गया। सूत्रों के मुताबिक बेशक ज्ञानी हरप्रीत सिंह की नियुक्ति बादल परिवार के इशारे पर हुई है, परंतु पंथक संगत के बढ़ते दबाव के कारण उन्होंने इस समागम से दूरी बनाए रखी। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने इस दौरान किसी भी विवादित सवाल का जवाब देने में टाल-मटोल करते नजर आएं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह सभी पंथक मुददों पर विचार के लिए सभी की राय लेंगे और भविष्य में सभी को साथ लेकर चलेंगे। सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के माफी के मुददे पर उन्होंने कहा कि अगली सिंह साहिबान की बैठक पर विचार-विमर्श हो सकता है, किंतु आज वह इस बात पर कुछ भी नहीं बोलेंगे।
इस दौरान शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह की कार्यकारी जत्थेदार के रूप में हुई नियुक्ति के बारे में कहा कि विद्वान जत्थेदार के सेवा शुरू करने के साथ सिख कौम का भला होगा और सिख कौम आगे की ओर बढ़ेंगी। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी द्वारा जल्द ही बैठक बुलाई जाएंगी, जिसमें श्री अकाल तख्त के स्थाई जत्थेदार के बारे में फैसला होगा। उन्होने कहा कि सिख कौम द्वारा भविष्य में जो भी फैसला लिए जाएंगे वह सभी सिख संगठनों के प्रतिनिधियों क ेसाथ विचार-विमर्श करके किया जाएंगा।
– सुनीलराय कामरेड