लुधियाना-चंडीगढ़ : मानवीय जीवन अनमोल है, हाईकोर्ट ने मौजूदा डेरे के विवाद में एक भी जान चली गई तो हरियाणा के डीजीपी को बरखास्त कर दिया जाएंगा। अपने गुस्से का इजहार करते हुए वीरवार को हाई कोर्ट के न्यायधीश न्यायमूर्ति एसएस सारो की बैंच ने कहा कि हरियाणा पुलिस ने धारा 144 की पालन करने में असफल रही है। पंचकूला की सुरक्षा के मामले को लेकर हाईकोर्ट में देर शाम तक सुनवाई जारी है। इस मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति एसएस सारो, जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस अविनीश़ जिंगन कर रहे थे।
खंडपीठ ने हरियाणा सरकार द्वारा की गई कानून व्यवस्था पर सवालियां निशान लगाते हुए खिंचाई के दौरान कहा कि हरियाणा पुलिस ने धारा 144 की पालना क्यों नहीं की? खंडपीठ ने यह भी कहा कि पंजाब ने अद्र्धसैनिक बलों के दस्तों की 500 टुकडिय़ां भेजी है जबकि पंचकूला में इससे ज्यादा की आवश्यकता थी, वहां सिर्फ 75 कंपनियां ही क्यों लगाई गई है। हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को हिदायतें जारी करते हुए कहा कि हरियाणा को तुरंत आवश्यक फोर्स मुहैया करवाई जाएं, अगर जरूर पड़े तो फौज को भी तैयार रखा जाएं। हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार को इस मामले में विफल करार देते हुए कहा कि हम नहीं चाहते कि पंचकूला की हालत हरियाणा के जाट अंादोलन जैसी हो।
हाई कोर्ट ने इसी दौरान दोपहर तक जारी हुकमों के पालना की रिपोर्ट भी तलब की थी। दूसरी तरफ अभियुक्त राम रहीम के वकील ने बैंच के आगे राम रहीम का संदेश पढ़कर सुनाया कि डेरा प्रमुख पंचकूला की अदालत में आवश्य पेश होंगे। उन्होंनें डेरा प्रेमियों को शांति बनाए रखने की अपील भी की। जबकि अकसर यौन शोषण के इस मामले में बचते रहे गुरमीत राम रहीम ने अपनी अधिकृत सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया है कि उनकी पीठ में दर्द है परंतु वह कानून की पालना करते हुए अदालत में अवश्य हाजिर होंगे।
राम रहीम ने अपने फेसबुक पेज और टिवटर पर संदेश सांझा करते हुए राम रहीम ने हिंदी में लिखा है कि हमने हमेशा कानून का सम्मान किया है। हालांकि हमारी बैक में दर्द है फिर भी कानून की पालना करते हुए हम कोर्ट में जरूर जाएंगे। हमें भगवान पर दृढ यकीन है, सभी शांति बनाए रखें। जिक्रयोग है कि 25 अगस्त को डेरा मुखी पर चल रहे रेप केस का फैसला आना लगभग तय है परंतु पंचकूला की अदालत में पेशी के मध्यनजर सरकारों और अदालत पर दबाव बनाते हुए डेरे के हजारों श्रद्धालु अब पंचकूला पहुंच चुके है। डेरा प्रेमी समर्थक सोशल मीडिया पर भी कई प्रकार की धमकियां देते नजर आ रहे है कि अगर कोई अदालती फैसला उनके गुरूजी के खिलाफ हुआ तो वह उन्हें मंजूर नही होगा और गुरू जी को जेल से बचाने की खातिर वह किसी भी हद जा सकते है।
इधर आज भी पंचकूला में दिल्ली समेत पंजाब-हरियाणा और राजस्थान के कई हिस्सों से डेरा प्रेमियों का आना जारी है। लाखों की संख्या में डेरा समर्थक इकटठे हुए है। राम-रहीम के अनुयायियों के मुताबिक गुरू जी कभी कुछ गलत कर नहीं सकते, इसलिए लाखों लोग उनका समर्थन कर रहे है। इकटठी हुई भीड़ ने स्पष्ट किया कि वह फैसला आने तक शांत रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के पैरोपकार पूरे भारत में नहीं बल्कि विदेशों में भी बाबा के करोड़ों समर्थक है। सूत्रों के अनुसार पंजाब पुलिस की एक गुप्तचर रिपोर्ट के अनुसार बठिण्डा के नजदीक फरीदकोर्ट में डेरा समर्थकों ने चर्चा घरों में भारी मात्रा में पैट्रोल-डीजल, नुकीले हथियार जमा किए हुए है, जिससे हिंसा बढऩे की आशंका बरकरार है।
उधर हरियाणा के गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राम निवास ने बताया कि पंजाब और हरियाणा ने अपने-अपने यहां दंगा नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जिसमें दोनों राज्यों के एक-एक उच्च पुलिस अधिकारी संयुक्त रूप से तैनात रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा को केंद्र से अद्र्धसैनिक बलों की डेढ़ दर्जन कंपनियां अतिरिक्त मिल गई है, जिन्हें देर रात तक पंचकूला में तैनात किया जाएंगा। इससे पहले हरियाणा में अद्र्धसैनिक बलों की 43 कंपनियां अपनेे-अपने इलाकों की सुरक्षा जिम्मेदारी संभाले हुए है। धारा 144 निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद बड़ी संख्या में डेरा प्रेमियों के पंचकूला पहुंचने को लेकर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि निषेधाज्ञा लागू करने की पहले जारी की गई अधिसूचना में हथियार ना लेकर चलने की बात कही गई थी, अब उसमें संशोधन कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पंचकूला में कानून व्यवस्था कायम रखने और आपात स्थिति में कोई भी जरूरी फैसला लेने के लिए 2 अतिरिक्त पुलिस महानिर्देषक स्तर के अधिकारी, 10 डयूटी मजिस्ट्रेट और 10 अन्य आईपीएस अधिकारी तैनात किए गए है, जो हर हाल में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे और सुरक्षाबल किसी भी स्थिति में निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
पंजाब-हरियाणा-हिमाचल ने अपनी-अपनी बसें पंचकूला की तरफ भेजनी बंद कर दी है। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार चंडीगढ़ से 45 कि. मी. दूर अंबाला शहर में किसी भी सरकारी और निजी वाहन को पंचकूला की तरफ जाने की अनुमति नहीं दी जा रही। वही हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव रामनिवास ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सेना को भी यहां अद्र्धसैनिक बलों के साथ लगाया जा सकता है, अगर हालात बिगड़े तो कफूर्य भी लग सकता है। पंचकूला में दंगा नियंत्रण कक्ष की भी स्थापना भी की गई है।
– सुनीलराय कामरेड