लुधियाना- फरीदकोट : पंजाब के वरिष्ठ अकाली नेता और पूर्व संसदीय सचिव मंतार सिंह बराड़ द्वारा कोटकपूरा गोलीकांड में विशेष जांच टीम (एसआइटी) द्वारा कोटकपूरा में दर्ज मामले में दी गई अग्रिम जमानत याचिका आज जिला और सेशन जज हरपाल सिंह की अदालत ने रदद कर दी है। उधर 14 अक्टूबर 2015 को बहिबल कलां और कोटकपूरा में श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के उपरांत रोष प्रदर्शन कर रही संगत पर चली गोलीकांड मामलों की जांच कर रही टीम (सीट) के सदस्य आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने स्पष्ट किया है कि कानून अपना पारदर्शिता से कार्य कर रहा है और इस मामले में किसी भी प्रकार की सियासी दखलादंाजी नहीं है।
स्मरण रहे कि बीते दिन करीब 2 घंटे मंतार बराड़ की जमानत याचिका पर बहस हुई थी, तत्पश्चात अदालत ने आज तक के लिए फैसले को सुरक्षित रखा था। अदालत ने एसआइटी की दलीलों से सहमत होते अग्रीम याचिका खारिज की है। जबकि पंजाब सरकार के वकीलों ने अदालत में मंतार बराड़ के पक्ष पर बहस का जवाब देते कहा था कि बराड़ शांतमयी धरना उठवाना चाहते तो वह कोटकपूरा चौक में स्वयं जाकर संगत से बातचीत कर सकते थे। सरकार ने अदालत में दावा किया था कि बराड़ को जांच टीम ने 9 नवंबर और 27 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था परंतु वह सहयोग नहीं कर रहे, इसलिए बराड़ को हिरासत में लिए जाना जरूरी है।
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उधर आईजी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने मंतार सिंह बराड़ की गिरफतारी के संबंध में स्पष्ट किया कि जांच टीम अपना कर्तव्य बखूबी से निभा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि शिअद नेता डराने की कोशिश कर रहे हैं, इसके बावजूद जांच नहीं रुकेगी। सीट ने दावा किया कि जांच काफी हद तक मुकम्मल हो चुकी है। बरखास्त आई.जी परमराज सिंह उमरानंगल और पूर्व पुलिस अधीक्षक चरणजीत सिंह शर्मा की गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं। जबकि शिअद नेताओं ने कोटकपूरा से शिअद के पूर्व विधायक मनतार सिंह बराड़ को नामजद किए जाने के बाद सीट की जांच को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है।
शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल के आरोपों पर कुंवर विजय प्रताप सिंह का कहना है कि शिअद नेता उन्हें डराने की कोशिश कर रहे हैं। हम कानून के मुताबिक काम कर रहे हैं। बिक्रम मजीठिया के आरोपों पर आइजी ने कहा कि अगर कोई चाहता है तो हम लाइव भी दिखा सकते हैं कि हम क्या सवाल करते हैं और हमें क्या जवाब मिल रहे हैं। नेताओं के आरोपों का जवाब हम भी दे सकते हैं, लेकिन वे जिस स्तर पर बात कर रहे हैं हम वहां तक नहीं जाना चाहते। सीट भारतीय संविधान के अनुसार काम कर रही है, लेकिन शिअद नेता जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
– सुनीलराय कामरेड