लुधियाना-अमृतसर : श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार- सिंह साहिब के आदेश पर बादल सरकार के वक्त श्री दरबार साहिब स्थित विरासती मार्ग पर गिददा-भंगड़ा डालते बुतों के बारे में विवाद होने के पश्चात अब शिरोमणि कमेटी भी डट गई है। शिरोमणि कमेटी के प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल द्वारा गठित की गई 3 सदस्य कमेटी की आज एसजीपीसी के कार्यालय में अहम बैठक हुई।
इस अवसर पर शिरोमणि कमेटी के उपप्रधान भाई राजिंद्र सिंह मेहता, मुख्य सचिव डॉ रूप सिंह और चीफ खालसा दीवान के प्रधान निर्मल सिंह के अतिरिक्त इस कमेटी के कोडिनेटर सुखदेव सिंह भुराकोना भी शामिल थे। इस मोके भाई मेहता ने कहा कि शिरोमणि कमेटी सिख भावनाओं की रहनुमाई करती आई है और करती रहेंगी। उन्होंने बताया इसी संबंध में सब कमेटी द्वारा शुक्रवार को डिप्टी कमीश्रर अमृतसर शिव दुलार सिंह ढिल्लो से इसी संबंधी बातचीत की जाएंगी।
इसके साथ ही कमेटी ने पंजाब सरकार को इस मामले का जल्द हल करवाने की अपील की है। स्मरण रहे कि कुछ सिख संगठनों द्वारा विरासती मार्ग पर लगे बुतों का विरोध करते हुए प्रतिमाओं को तोडऩे का प्रयास किया था। इसी संबंध में अब निरंतर धरना प्रदर्शन चल रहे है।
पुलिस ने नौ सिख युवकों पर धारा 307, इरादा-ए-कत्ल का केस दर्ज भी किये है। जबकि कुछ सिख जत्थेबंदियों और शिरोमणि डाढी सभाओं ने श्री हरिमंदिर साहिब के रास्ते लगाए गए इन सभ्याचरक बुतों को हटाकर किसी अन्य स्थानों पर लगाने और इनके स्थान पर महान सिख जरनैलों और यौद्धाओं के बुत लगाए जाने की मांग की है।
– सुनीलराय कामरेड