लुधियाना : पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज लुधियाना स्थित आई.टी.आई में महारोजगार मेले के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि विपक्षी दलों द्वारा विरोध करने की बजाए समस्त सियासी पार्टियों को सरकार का साथ देना चाहिए। स. चन्नी ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा पहले ही क्रम में 50 हजार नौजवानों को पंजाब में नौकरी दी जाएंगी। इस अवसर पर लुधियाना के लोकसभा सांसद रवनीत सिंह बिटटू और कांग्रेसी विधायक भारत भूषण आशु समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
गिल रोड़ स्थित सरकारी औद्योगिक सिखलाई संस्था (लड़के) में पंजाब सरकार की ओर से लगाए गए महा रोजगार मेले में तकनीकी शिक्षा तथा उद्योगिक सिखलाई विभागों के कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी मुख्यातिथि मौजूद हुए। चरनजीत सिंह चन्नी ने संबोधित करते हुए बादल परिवार तथा विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खेहरा से अपील की कि वह पंजाब सरकार की ओर से सूबे भर में लगाए जा रहे रोजगार मेले मे कमियां निकालने की बजाए पंजाब के नौजवानों को नौकरी देने के लिए खुद आगे आए।
गर वह इस तरह नहीं कर सकते तो वह ब्यानबाजी छोड़ कर पंजाब सरकार को अपना काम करने दें। ताकि पंजाब के नौजवान इस रोजगार मेलों का लाभ लेकर अपने पैरो पर खड़े हो सके। उन्होंने कहा कि बादल परिवार, पूर्व मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया तथा विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खेहरा पंजाब के नौजवानों को गुमराह कर रहे है। अगर इन्हें पंजाब के नौजवानों से इतना लगाव है तो वह खुद बड़ी बड़ी कंपनियों के मालिक है तो फिर खुद क्यों नहीं नौजवानों के लिए रोजगार मेले लगाते? या पंजाबी नौजवानों को अपनी कंपनियों में भर्ती करते?
उन्होंने बादल परिवार के उद्योग आरबिट, होटल उद्योग आदि के बारे में बताते हुए कहा कि वह चाहे तो पंजाब के हजारों नौजवानों को अपने स्तर पर नौकरी दे सकते है। बादल परिवार की बहू हरसिमरत कौर बादल केंद्र सरकार में फूड प्रोसेसिंग उद्योग की मंत्री है। उसने पंजाब में कोई उद्योग तो क्या ले कर आना था बल्कि पंजाब के नौजवानों को अपने मंत्रालय में नौकरी दिलाने के लिए कोई प्रयत्न नहीं किया। उन्होंने बादल परिवार तथा बिक्रमजीत सिंह मजीठिया को कहा कि वह नौजवानों को रोजगार देने के लिए इन रोजगार मेलों में अपने स्टाल लगाए। अगर वह इस तरह नहीं कर सकते तो कमियां निकालना बंद कर दे।
उन्होंने बताया कि पंजाब भर में लगाए गए 21 बड़े रोजगार मेलो में भाल लेने के लिए 4 लाख से अधिक नौजवानों ने आनलाइन अप्लाई किया था। जिसमें पंजाब सरकार ने 50 हजार से अधिक नौजवानों को नौकरी मुहिया करवाने का लक्ष्य था। जोकि जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन मेलों के दौरान देश विदेश की 900 से अधिक कंपनियों ने नौजवानों को 10 हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए प्रति महीने का पैकेज दिया गिया है।
नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र पर 1984 के सिख कत्लेआम की जांच के नाम पर सिखो से धोखा करने का दोष लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने सिखो से इंसाफ करने के लिए तीन साल पहले विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया था। पंरतु इस टीम ने 141 मामले बिना जांच के ही बंद कर दिए थे। जोकि सिखो से सीधे तौर पर धक्का है। इस बारे सुप्रीम कोर्ट ने कल एक हुकम जारी करके मामले दोबारा खोलने का हुकम जारी किया है। हरसिमरत कौर बादल से अपील की कि वह नैतिकता के तौर पर केंद्र मंत्रालय से इस्तीफा दें।
डेरा विवाद घटनाक्रम के बारे में उन्होंने कहा कि पंजाब तथा साथ लगते प्रदेशों में जगह जगह खुले डेरों के लिए सूबे की सिख लिडरशिप तथा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जिम्मेदार है। अगर सिख (खास कर आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग) को ही संभाला होता तो आज सिख आस्था के नाम पर इस तरह के डेरों का शिकार न होते। शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी राजनीति करने की बजाए सिख धर्म के प्रचार की तरफ ध्यान दे। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने निजी कोटे से सरकारी उद्योगिक सिखलाई संस्था को 50 लाख रुपए की ग्रांट देने का ऐलान किया।
– सुनीलराय कामरेड