हलवारा (लुधियाना) : देश के महामहिम श्री रामनाथ कोविंद ने भारतीय हवाई सेना के प्राचीन हलवारा एयरपोर्ट पर वायु प्रहरियों द्वारा रखे गए विशेष सम्मान समारोह को सुशोभित करते हुए अपनी तकरीर में कहा कि भारत विश्व स्तर पर एक आर्थिक ताकत के साथ-साथ बड़ी सैन्य शक्ति के रूप में तेजी से उभर रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना देश की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता को कायम रखने में अहम योगदान दे रही है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वायुसेना की वीरता का परिचय देते हुए कहा कि सेना देश की रक्षा में किसी तरह ने झिझकें।
राष्ट्रपति श्रीराम नाथ कोविंद लुधियाना से 32 कि.मी. दूर 1950 को बसे हलवारा एयरपोर्ट के खुले प्रांंगण में सुशोभित मंच से वायुसेना प्रहरियों और उच्च अधिकारियों को संबोधित करते हुए दृढता के साथ कहा है कि भारतीय सेना देश की प्रभसत्ता की सुरक्षा करन के लिए वचनबद्ध हैं। यदि देश को कोई भी खतरा पेश आता है तो उस का मुकाबला करने के लिए सुरक्षा फौजें पूरी तरह से समर्थ हैं। महामहिम आज स्थानिक एयर फोर्स स्टेशन में वायु की 51 सुकैडरन और 230 सिगनल यूनिट को क्रमवार राष्ट्रपति स्टैंडर्ड और राष्ट्रपति कलर सम्मान (निशान) प्रदान करन के लिए विशेष तौर पर पहुँचे थे। इस दौरान राष्ट्रपति राम नाथ कोबिंद को समारोह में वायुसेना के तीन हेलिकॉप्टरों ने सलामी दी। 155 हेलीकॉप्टर विंग के कमांडर थॉमस की अगुवाई में राष्ट्रपति को सलामी दी गई।
प्रभावशाली समागम को संबोधन करते राम नाथ कोविन्द ने कहा कि भारतीय सेना विशेषकर वायु सेना का इतिहास बहुत ही गौरवशाली है। उन्होंने कहा कि भारत, जहाँ एक एकतरफ विश्व की आर्थिक महा शक्ति बन कर उभर रहा है, वहां ही विश्व में शान्ति की बहाली का भी समर्थक है। परन्तु यदि देश को कोई भी खतरा पेश आता है तो उस का मुकाबला करन के लिए देश की सेनाएं पूरी तरह समर्थ और हर समय तैयार -बर -तैयार हैं और देश की प्रभुसत्ता की सुरक्षा के लिए कोई कसर श्ेाष नहीं छोडी जायेगी।
इस मौके उन्होनें ने 51 स्क्वडै्रन और 230 सिगनल यूनिट की बेमिसाल कारगुजारी वाले इतिहास की प्रशंसा की और भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि इन दोनों यूनट्सि ने पिछले समय दौरान देश सेवा में विलक्षण योगदान पाया है, जिस की देश प्रशंसा करता है। दोनों यूनिटों के पास अपनी ड्यूटी को तनदेही के साथ निभाने की विशेष दक्षता हासिल है। उन्होंने कहा कि भारतीय हवाई फौज ने देश और विदेशों की धरती पर बेमिसाल कारगुजारी दिखा कर देश के और अपने कद को ओर ऊँचा किया है। इसके अलावा वायु सेना की तरफ से कुदरती आपदाएं मौके मानवता की भलाई के लिए भी आगे हो कर लड़ाई लड़ी गई है।
उन्होंने 1950 में स्थापित किये गए एयर फोर्स स्टेशन हलवारा की कारगुजारी की भी प्रसंशा करते बताया कि साल 1965 और 1971 के युद्धों में इस हवाई अड्डे और यहाँ तैनात सेनाओं ने महत्वपूर्ण योगदान पाया था। इस मौके उन्होनें सम्मानित की गई दोनों यूनिटों के बारे एक स्मारिका भी रिलीज की। समारोह के वायु सेना की एयर फोर्स एयर वारियरर्ज ड्रिल टीम और सुखोयी समेत अलग -अलग युद्धक विमानों ने हैरतअंगेज हवाई करतब दिखा कर उपस्थिति को भारतीय वायु सेना की काबिलियत के चेहरे से रूबरू करवाया और आकाश में वायु प्रहरियों के यौद्धाओं ने रोमांच से करतब कर मनोरंजन भी किया। इस मौके उन्होंने वाुय सेना की तरफ से लगाई गई एक फोटो प्रदर्शनी भी देखी।
इससे पहले पहले एयर फोर्स स्टेशन हलवारा में पहुँचने पर राष्ट्रपति श्री कोविन्द को पंजाब के राज्यपाल श्री वी. पी. सिंह बदनौर, पंजाब सरकार के ग्रामीण विकास और पंचायतों बारे विभाग के कैबिनेट मंत्री स. तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा, वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल. बीरेंद्र सिंह धनोआ, वायु सेना के पश्चिमी कमान के प्रमुख एयर मार्शल कैप्टन हरी कुमार, विधायक रायकोट स्र. जगतार सिंह हिस्सोवाल, डिविजनल कमिशनर श्री वी. के. मीना, आई. जी. अर्पित शुक्ला, डी. आई. जी. लुधियाना रेंज. जी. ऐस्स. संधू, डिप्टी कमिशनर प्रदीप कुमार अग्रवाल, जिला पुलिस प्रमुख जगराओं. सुरजीत सिंह सहित बड़ी संख्या में सेना अधिकारी व प्रमुख गणमान्य उपस्थित थे।
– सुनीलराय कामरेड
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