लुधियाना-अमृतसर : गुरू की नगरी अमृतसर में आज उस वक्त सनसनी फैल गई जब सिख बाप की अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के मामले में सिखों की 115 साल पुरानी रूतबे वाली संस्था चीफ खालसा दीवान (सीकेडी) के पूर्व प्रधान चरणजीत सिंह चडढा के बेटे इंद्रप्रीत सिंह चडढा ने पुलिस द्वारा कसते शिकंजे और दुनियावी बदनामी के डर से आज दोपहर अमृतसर-अजनाला रोड़ पर अपनी फारच्यून गाड़ी न. सीएचओ 1एवी 4249 में गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
जानकारी के मुताबिक मृतक इंद्रपीत सिंह अपने ड्राइवर समेत किसी नजदीकी रिश्तेदार को मिलने उनके घर आया था। जब रिश्तेदार घर पर नहीं मिला तो उसने ड्राइवर को गाड़ी वापिस मोडऩे का आदेश दिया। कुछ ही देर बाद उसने अपनी लाइसेंसी रिवालवर के साथ अपने सिर में गोली मार ली। इसके बाद ड्राइवर उन्हें नजदीकी आईवीवाए अस्पताल ले गया, जहां उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना पाकर पुलिस और मृतक के पारिवारिक सदस्य और जान-पहचान वाले तुरंत अस्पताल पहुंच गए और पुलिस ने घटनाक्रम को ध्यान में रखकर समस्त इलाके को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया।
बताया जा रहा है कि मृतक इंद्रप्रीत सिंह अपने पिता की करतूतों के सार्वजनिक होने के कारण काफी परेशान था। इस मामले में उसपर भी पीडि़ता द्वारा डराने-धमकाने के आरोप लगे थे और पुलिस ने पीडि़ता की शिकायत पर चरणजीत सिंह चडढा और इंद्रप्रीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करके कार्यवाही शुरू कर दी थी। जबकि इस मामले में मुख्य आरोपी चरणजीत सिंह चडढा को चीफ खालसा दीवान की बदनामी के बाद सीकेडी के प्रधान पद से हटा दिया था। इससे पहले इस वीडियो के मामले में जांलधर में 2-3 आरोपियों को भी पकड़ा गया था, जिनपर चडढा ने ब्लैकमेलिंग करने का आरोप लगाया था।
हालांकि इंद्रप्रीत सिंह इस मामले में अदालत द्वारा अंतरिम जमानत लेकर मंगलवार की शाम अपने 3 वकीलों और कुछ यार-दोस्तों के माध्यम से पुलिस जांच में शामिल हुए थे। 2 घंटे तक हुई पूछताछ के दौरान स्पैशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने 30 से ज्यादा सवाल बारी-बारी आरोपी से पूछे थे, जिसपर इंद्रपीत सिंह स्वयं फंसता देखकर सन्न रह गया था।
सूत्रों के मुताबिक इंद्रप्रीत सिंह बार-बार पुलिस को यही कहता रहा कि वह बेकसूर है और उसे साजिश के तहत इस केस में फंसाया गया है। कुछ चुनिंदा पत्रकारों से बातचीत करते हुए मृतक ने एक दिन पहले बताया था कि वह ना तो कभी उस पीडि़त महिला से मिला है और ना ही उसने कभी फोन पर धमकियां दी। उसके मुताबिक वह चंडीगढ़ में ही अपने धार्मिक कार्यो में व्यस्त रहता है। जानकारी के मुताबिक इंद्रप्रीत सिंह रोजाना पीजीआई और गुरूद्वारा साहिब में दर्शन करके सेवा करता था। उसने 100 से ज्यादा बच्चों की पढ़ाई, रहने और खाने का प्रबंध तक करवा रखा था और पीजीआई में मरीजों के परिवारों को रहने और खाने की सुविधा मुहैया भी करवाता था।
फिलहाल घटना के उपरांत पुलिस मामले की जांच में जुटे अमृतसर के डीएसपी अमरीक सिंह पवार के मुताबिक पुलिस ने मृतक की गाड़ी को कब्जे में ले लिया है और ड्राइवर से गहन पूछताछ जारी है। चडढा के रिश्तेदारों के मुताबिक इंद्रप्रीत सिंह अपने बाप की वीडियो वायरल होने से लेकर पुलिस की पूछताछ के बाद काफी परेशान था। स्मरण रहे कि चीफ खालसा दीवान के प्रबंधक के अंतर्गत आते एक सीबीएसई समृद्ध पॉश स्कूल की महिला प्रिंसीपल ने पिछले ही दिनों सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के पश्चात 82 वर्षीय चरणजीत सिंह चडढा और उसके बेटे इंद्रप्रीत सिंह चडढा पर आरोप लगाए थे कि उसे काफी धमकाया जा रहा था।
महिला प्रिंसीपल द्वारा पंजाब के डीजीपी को शिकायत करने के बाद अमृतसर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पैशल इंवेस्टीगेशन टीम घोषित की थी, जिसमें एसआईटी के चेयरमैन और एडीपीसी क्राइम हरजीत सिंह धालीवाल, एसपी परविंद्र कौर और इंस्पेक्टर दविंद्र महाजन व अन्य की टीम बनाई गई थी। जबकि चरणजीत सिंह चडढा वीडियो वायरल होने के बाद लगातार कहता आ रहा था कि वीडियो में वह नहीं बल्कि कोई और है और पुलिस ने फरार चल रहे चरणजीत सिंह चडढा पर मामला दर्ज करने के बाद लुकआउट नोटिस भी जारी किया हुआ है। फिलहाल आज इंद्रप्रीत ने अपने रिवाल्वर से खुदकुशी करके मामले को नया मोड़ दे दिया है। अब देखना यह होगा कि बेटे की अंतिम क्रिया में शामिल होने के लिए स. चरणजीत सिह चडढा पेश होते है या नहीं?
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– सुनीलराय कामरेड