लुधियाना-अमृतसर : 3 दिन पहले गुरू की नगरी अमृतसर में खुदकुशी करने वाले पंजाब के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता, होटल व्यवसायी और चीफ खालसा दीवान (सीकेडी) के पूर्व उपप्रधान 55 साल के इंद्रप्रीत सिंह चडढा का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार गुरूद्वारा शहीदा के नजदीक चाटीविंड शमशान घाट पर कर दिया गया। इस अवसर पर अदालत द्वारा गिरफतारी पर रोक लगाने और अग्रिम जमानत मिली राहत के कारण उनके 82 वर्षीय पिता चरणजीत सिंह चडढा और पारिवारिक सदस्यों के अलावा बड़ी संख्या में सामाजिक, धार्मिक और सियासी लोग उपस्थित हुए, जिन्होंने चडढा परिवार के साथ दुख सांझा किया। स्मरण रहे कि स. चरणजीत सिंह चडढा सोशल मीडिया पर एक अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद प्रतिष्ठित चडढा को काफी बदनामी का सामना करना पड़ा था और इसी बदनामी के चलते चरणजीत सिंह चडढा के बड़े बेटे इंद्रप्रीत सिंह चडढा ने स्वयं को गोली मार दी थी, जिससे चडढा परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। महिला प्रिंसीपल की पुलिस शिकायत के उपरांत मामला दर्ज होते ही स. चरणजीत सिंह चडढा पिछले कुछ दिनों से पुलिस की नजर से बच रहे थे। आज अंतिम संस्कार के वक्त मृतक इंद्रप्रीत सिंह चडढा को मुखागिन उनके तीनों बेटे प्रभदीप सिंह उर्फ अंगद, हरप्रीत और अनमोल ने दी। जबकि इस अवसर पर मृतक के छोटे भाई हरजीत सिंह भी अपने संगे-संबंधियों के साथ मौजूद थे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक चीफ खालसा दीवान प्रबंधकों के अंतर्गत चलने वाले प्रसिद्ध स्कूल की महिला प्रिंसीपल के साथ 26 दिसंबर को वायरल हुई आपतिजनक वीडियो कांड में नामजद चीफ खालसा दीवान के पूर्व प्रधान चरणजीत सिंह चडढा अपनी गिरफतारी से बचने के लिए भूमिगत हो चुके थे। इस दौरान उनकी तरफ से दायर की गई अग्रिम जमानत पाटीशन स्थानीय एडीशनल जिला और सेशन जज अमरजीत सिंह की अदालत ने हालांकि 10 जनवरी के लिए पुलिस को नोटिस भी जारी किया हुआ था पंरतु इसी दौरान चडढा के 2 बेटों में से एक बड़े बेटे इंद्रप्रीत सिंह चडढा ने बुधवार को मानसिक तनाव के चलते गाड़ी में ही आत्महत्या कर ली।
बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए चीफ खालसा दीवान के पूर्व प्रधान चरणजीत सिंह चडढा ने अदालत में सपलीमेंटरी पाटीशन दायर की थी, जिसपर अदालत ने चरणजीत सिंह चडढा की 10 जनवरी तक गिरफतारी पर रोक लगा दी है। जबकि इंद्रप्रीत सिंह चडढा के सुसाइड केस पर पुलिस ने उनके बेटे के बयान को आधार बनाकर 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इंद्रप्रीत सिंह ने आत्महत्या करने से पहले 2 सुसाइड नोट में खुद पर दबाव और पीड़ा का उल्ल्लेख किया है।
जिसमें सीकेडी के मैनेजमेंट सदस्यों और करीबियों पर गंभीर आरोप लगाएं है। इसी बीच डीजीेपी सुरेश अरोड़ा ने इंद्रप्रीत आत्महत्या के मामले की जांच आईजी क्राइम एलके यादव को सौंप दी है। हालांकि इस बाबत कोई भी अधिकारी खुलकर बात करने को तैयार नहीं है। सूत्रों के मुताबिक यह भी पता चला है कि अपने सुसाइड नोट में मृतक इंद्रप्रीत सिंह चडढा ने स्पष्ट लिखा है कि हर पिता अपने बच्चों की खातिर आगे आता है और हर बच्चे को अपने पिता के साथ ऐसी घड़ी में खड़ा होना चाहिए और मैं अपने पिता के साथ अंत तक खड़ा रहा। हर कोई जानता है कि मेरे पिता को महिला और उसके पति ने हनीट्रेप लगाकर साजिश के तहत फंसाया है। महिला के पति के बैंक खाते में 5 लाख भी शिफट किए। पैसों के लिए गलत कहानी बनाई गई। मैंने पिता के वटसअप पर महिला के पिता को प्रपोज करने वाले शब्द भी देखे है। उसके पिता उसमें फंसे जो उन्हें नहीं करना चाहिए था। फिलहाल पुलिस मामले की तफतीश में जुटी है।
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– सुनीलराय कामरेड