लुधियाना : शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के प्रधान स. परमजीत सिंह सरना ने कहा कि राष्ट्रीय अलप संख्यक कमीशन के पूर्व चेयरमैन स. तरलोचन सिंह और आर्य समाजी स्वामी अगिनवेश को भी तलब करके श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की हुई बेअदबी को लेकर जांच कर रही विशेष जांच टीम पूछताछ करें क्योंकि तरलोचन सिंह ने माना है कि 2005 में राम रहीम का माफीनामा स्वामी अगिनवेश अकाल तख्त पर लेकर आए थे और जिसके आधार पर उन्हें माफी दी गई।
स्मरण रहे कि पंजाब में 4 साल पहले अलग-अलग स्थानों पर पावन ग्रंथ श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की एक सोची-समझी साजिश के तहत बेअदबी की गई थी। जिसकी स्पष्ट उंगलियां डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम समेत उनके गुर्गो की तरफ उठती रही है। डेरों की वोटों के खातिर सियासी नेताओं ने भी इस दौरान डेरा समर्थकों के सामने अपने-अपने नाक रगड़े थे।
जारी एक बयान के द्वारा स. सरना ने कहा कि स. त्रिलोचन सिंह राष्ट्रीय अलप संख्यक कमीशन के पूर्व चेयरमैन है और वह एक जिम्मेदार शख्स है, जिन्होंने एक अखबार में बयान दिया है कि राम रहीम सच्चा सौदा सिरसा का माफीनामा श्री अकाल तख्त साहिब पर आर्य समाज के पूर्व हरियाणा विधायक स्वामी अगिनवेश अपने साथ अन्य धर्म के लोगों को लेकर आएं थे। जिसके आधार पर ही अकाल तख्त साहिब पर 2015 में करीब 10 सासल बाद राम रहीम को माफी दी गई थी।
स. त्रलोचन सिंह का यह दावा अगर सच है तो फिर त्रलोचन सिंह और अगिनवेश से भी पूछताछ होनी चाहिए। उन्होंने श्री गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी और बहिबल कलां और कोटकपूरा गोलीकांड की जांच कर ही विशेष जांच टीम के अधिकारियों का ध्यान इस तरफ दिलाते हुए कहा कि अगर दोनों शख्सों से पूछताछ की जाएं तो जांच टीम को कई अन्य प्रकार के सबूत मिल सकते है। जोकि आखिर में आकर बादल परिवार और अकाली सरकार से जुड़ सकते है। उन्होंने कहा कि स्वामी अगिनवेश एक सुलझे धार्मिक और तर्कशील विचारधारा के व्यक्ति है और वह सच बोलकर सीट की मदद भी कर सकते है, इसलिए दोनों व्यक्तियों को तलब किया जाना, अति आवश्यक है।