लुधियाना-संगरूर : पंजाब के मुस्लिम बहुल क्षेत्र कस्बा मालेरकोटला में आज उस वक्त सनसनी फैल गई, जब इलाके के प्रसिद्ध मिठाई शोरूम जैन स्वीटस के मालिक विनय कुमार (40) ने अपने लाइसेंसी रिवाल्वर के साथ अपनी बीवी और नौवी कक्षा में पढऩे वाले 13 वर्षीय पुत्र को गोली मारकर स्वयं भी गोली मारकर खुदकुशी कर ली।
यह घटना सुबह-सवेरे 4 बजे के करीब की है और इस घटना में आशा जैन की मौत तत्काल हुई है जबकि विजय कुमार जैन की मृत्यु लुधियाना के अस्पताल पहुंचाते समय होने की खबर है। इसी बीच दोनों मृतकों के 14 वर्षीय पुत्र साहिल जैन लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। फिलहाल पुलिस द्वारा मोके पर पहुंचकर मामले की तफतीश जारी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक धार्मिक प्रवृति और समाज सुधारक के रूप में प्रसिद्ध सुरेश जैन परिवार के मालिक विनय कुमार जैन (40) ने अपने लाइसेंसी रिवाल्वर से पहले अपनी पत्नी और फिर अपने पुत्र को गोलियां मारने के बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या की। विजय कुमार जैन ने आत्महत्या करने के लिए अपनी छाती में गोलिया मारी।
बताया जा रहा है कि पुत्र साहिल को चार गोलियां लगी हैं। बच्चे का ऑपरेशन देर शाम तक चलता रहा और खबर लिखे जाने तक वह जिदंगी और मौत की जंग लड़ रहा है। उधर मालेरकोटला में सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करते हुए पुलिस ने सिविल अस्पताल में दोनों मृतक देहों का पोस्टमार्टम करवाया और देर शाम परिवारिक वारिसों और रिश्तेदारों की मोजूदगी में मालेरकोटला स्थित शमशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
एसपी हरप्रीत सिंह और डीएसपी सुमित सूद समेत इलाका पुलिस अन्य पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे व मामले की जांच-पड़ताल शुरू की। एसपी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में पहुंचा दिया गया है। इस हृदय विदारक घटना के बारे में कोई भी कुछ स्पष्ट नहीं बता पा रहा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने भी काफी छानबीन की, लेकिन निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई। एसपी हरप्रीत सिंह ने बताया कि जैन स्वीट्स के संचालक विजय जैन ने पत्नी आशा और बेटे साहिल को गोली क्यों मारी, इसकी पड़ताल चल रही है, शवों को अस्पताल पहुंचाया गया है।
विनय जैन द्वारा आत्महत्या करने व पत्नी की हत्या करने के कारणों का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। पुलिस द्वारा बाकी परिजनों से बातचीत की जा रही है। यह भी पता चला है कि विनय जैन कुछ दिनों से मानसिक तौर से परेशान चल रहे थे। सुबह चार बजे उन्होंने लाइसेंसी रिवाल्वर से अपने बैडरूम में बिस्तर पर ही अपनी पत्नी को दो गोलियां मारी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद पुत्र पर एक के बाद एक चार गोलियां दाग दी।
पुत्र को मरा हुआ समझकर विनय घर की ऊपरी मंजिल पर पहुंचा व वहां कमरे में खुद की छाती पर रिवाल्वर रखकर गोली मार दी, गोलियों की गूंज सुनते ही आससपास और मोहल्ले वाले लोगों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां मौत की पुष्टि हुई।
यह भी पता चला है कि मृतक के दो अन्य भाई भी है, जो शादीशुदा और अलग-अलग रहते है। जबकि मृतक अपने पिता सुरेश कुमार जैन के साथ ही रहता है। मृतक विनय की 64 वर्षीय मां दर्शना जैन ने पुलिस को बताया कि सुबह सवा चार बजे के करीब उसे उसके पोते साहिल जैन ने लैंडलाइन फोन के जरिए घबराई अवस्था में थरथराते कहा कि दादी मां जल्दी आओ। दर्शना जैन के मुताबिक जब वह घर की दहलीज पर पहुंची तो उसके खून से लथपथ पोते साहिल ने गेट खोला और पूछने पर कहा कि मेरे पापा ने मम्मी को रिवाल्वर से गोलियां मारकर मार दिया है और पापा मुझे भी मारना चाहते है।
जब दर्शना ग्राउंड फलोर पर बने बैड रूम में पहुंची तो आशा जैन मर चुकी थी जबकि घर की पहली मंजिल पर बने बैड रूम में विनय जैन बैड पर आधा ऊपर और आधा बैड के नीचे जख्मी हालत में पड़ा था और उसकी सांसे चल रही थी। शोर मचने के बाद तुरंत ही परिवार के अन्य सदस्यों और मुहल्लेवालों ने जख्मी हालत में उन्हें उठाकर अस्पताल पहुंचाया।