संयुक्त किसान मोर्चा की घटक महिला किसान यूनियन ने मंगलवार को जालंधर लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा का बहिष्कार करने की घोषणा की, क्योंकि दोनों पार्टियां किसानों और मजदूरों के हितों की रक्षा करने में विफल रही हैं। यूनियन ने कहा कि दोनों पार्टियों ने किसानों के साथ कदम-कदम पर धोखा किया है और किसानों की मांगें मानने के बाद भी उन्हें लागू नहीं किया। इसलिए इस चुनाव में करारी हार देकर दोनों राजनीतिक दलों को सबक सिखाया जाना चाहिए।
महिला किसान यूनियन की अध्यक्ष राजविंदर कौर राजू ने कहा कि काले कृषि कानूनों को लागू करने के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान दुनिया भाजपा और उसके नेताओं की दमनकारी नीतियों से अवगत है। किसानों की लिखित मांगों को स्वीकार करने के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी तक उन्हें लागू नहीं किया है और सालभर के आंदोलन के दौरान मरने वाले लगभग 750 किसानों परिवार को कोई राहत नहीं दी है।पूरा कृषक समुदाय और खेतिहर मजदूर कॉर्पोर्रेट समर्थक पार्टियों का विरोध कर रहे हैं।
महिला किसान नेता ने पंजाब में सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह नौसिखिया संगठन शहीद भगत सिंह के नाम का उपयोग कर रहा है, लेकिन यह शहीद-ए-आजम की विचारधारा से बहुत दूर है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल के दौरान किसान संगठनों के साथ दर्जनों बैठकों में आश्वासन देने के बावजूद मुख्यमंत्री समेत विभिन्न मंत्रियों ने आज तक कोई बड़ी मांग पूरी नहीं की। किसान नेता ने घोषणा की कि महिला किसान यूनियन उपचुनाव के दौरान आप और भाजपा का बहिष्कार करेगी और सभी मतदाताओं से किसी अन्य पार्टी को वोट देने की अपील करेगी, ताकि इन दोनों पार्टियों को सबक सिखाया जा सके।