लुधियाना-अमृतसर : आज श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा गुरू घर की लाडली फौज के नाम से विख्यात निहंग सिंह संप्रदा पंथ अकाली बुडढा दल 96वे करोड़ी के प्रमुख जत्थेदार निहंग बाबा बलबीर सिंह और पूर्व हुजूरी रागी श्री दरबार साहिब भाई जसवंत सिंह को क्रमवार शिरोमणि सेवा रत्न और शिरोमणि रागी की उपाधियों से सम्मानित किया गया। उनको यह सम्मान देने का फैसला श्री अकाल तख्त साहिब पर पिछली 5 तख्तों के सिंह साहिबान की बैठक में लिया गया था, जिसके उपरांत आज श्री अकाल तख्त साहिब पर विशेष समारोह आयोजित करके यह सम्मान दिया गया है।
इस अवसर पर गुरबाणी कीर्तन उपरांत तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह ने अरदास की। इस उपरांत पुरातन परंपरा के मुताबिक भाई जसवंत सिंह और बाबा बलबीर सिंह को श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह, तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह, तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह, श्री अकाल तख्त साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी मलकीत सिंह और श्री अकाल तख्त साहिब के ग्रंथी ज्ञानी भाग सिंह द्वारा यह सम्मान दिया गया।
इस अवसर पर जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि जिन्होंने सिख पंथ के लिए कोई विशेष कार्य किए हो, उनको श्री अकाल तख्त साहिब पर सम्मान देने की परंपरा है और इसी के तहत सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब के पूर्व हुजूरी प्रसिद्ध कीर्तनीय भाई जसवंत सिंह को शिरोमणि रागी और सिख कौम में अदब सत्कार रखने वाली शिरोमणि पंथ अकाली बुडढस दल के प्रमुख जत्थेदार बाबा बलबीर सिंह को शिरोमणि सेवा रत्न की उपाधि से नवाजा गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि गुरू साहिब कृपा रखें और दोनों शख्सियतें कौम की चढ़दी कलां के लिए इसी प्रकार यत्नशील रहें। इस अवसर पर एसजीपीसी प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने दोनों शख्सियतों की पंथ के लिए निभाई सेवाओं की प्रशंसा की और कहा कि बाबा बलबीर सिंह ने पंथ को एकजुट रखने हेतु अहम भूमिका निभाई है और सिख नौजवानी को अपने विरसे से जोडऩे के लिए अनेक कार्य किए है। इस अवसर पर आंतरिक कमेटी के सदस्यों के अलावा प्रमुख सिख हस्तियां और निहंग सिंह समूह संगठन हाजिर थे।
– सुनीलराय कामरेड