लुधियाना : 90 के दशक में आतंकवाद से डटकर मुकाबला करने वाले पंजाब के महरूम मुख्यमंत्री स. बेअंत सिंह के पौत्र और पंजाब से 3 बार सांसद बनकर लोकसभा की देहरी लांघने वाले कांग्रेसी नेता रवनीत सिंह बिटटू को हाल ही में जान से मार देने की धमकियां मिल रही है और यह धमकियां लगातार पिछले 2 दिनों से विदेशी नंबरों से आ रही है। फोनकर्ता ने बिटटू के प्रति भददी शब्दावली का प्रयोग करते हुए जान से मार देने की धमकियां दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय कॉल के द्वारा रवनीत सिंह बिटटू को धमकाते हुए उसके दादा बेअंत सिंह की तरह नतीजे भुगतने के लिए कहा है। इसी धमकी पर बोलते हुए लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिटटू ने कहा कि वह इस मामले को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के साथ उच्च पुलिस अधिकारियों को अवगत करवाएंगे। यह भी पता चला है कि ऐसी ही धमकियां ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी किसान वर्ग के राष्ट्रीय ज्वाइंट कॉडीनेटर गुरसिमरन सिंह मंड को भी मिली है। यह धमकियां सीधे तौर पर मंड के फोन पर आई है।
एक प्राइवेट कॉल द्वारा उन्हें भी धमकी देते हुए आपतिजनक शब्दावली का प्रयोग करते हुए बेअंत सिंह की तरह नतीजे भुगतने के लिए कहा गया है। इसी धमकी पर स. मंड ने कहा कि उन्हें लगातार पिछले 14 माह से धमकियां मिल रही है लेकिन धमकियों के मामले में पंजाब पुलिस खालिस्तानी समर्थकों के ऊपर मामला दर्ज नहीं कर रही। उन्होंने पंजाब पुलिस के डीजीपी से गुजारिश की है कि उनकी जान-माल की रक्षा की जाएं। स. मंड ने कहा कि अगर उनको या उनके पारिवारिक सदस्यों के साथ ऐसा कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर पंजाब के डीजीपी और एडीजीपी सुरक्षा की होंगी।
फिलहाल मंड ने इसी संबंध में पुलिस स्टेशन सदर को ईमेल करके लिखित शिकायत भेजी है। उन्होंने कहा कि वह पहले भी 50 से अधिक शिकायतें दे चुके है परंतु कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने कहा कि वह आतंकवादियों द्वारा दी जा रही गिदड़ धमकियों पर डरने वाले नहीं बल्कि देशद्रोहियों का वह डटकर मुकाबला करेंगे, चाहे उन्हें जान देश के लिए कुर्बान क्यों ना करनी पड़े।
स्मरण रहे कि पिछले कई दिनों से स. मंड और सांसद रवनीत सिंह बिटटू को खालिस्तानी समर्थकों द्वारा खत्म कर देने की धमकियां दी जा रही है। हाल ही में सांसद रवनीत सिंह बिटटू ने श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की र्निपक्षता पर उंगली उठाते हुए उन्हें आतंकी परमजीत सिंह भयौरा सहित अन्य खालिस्तानी समथकों के विरूद्ध आवाज बुलंद की थी।
इसी मामले में शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह पर कथित टिप्पणियों केा लेकर मत्ता पास करके जवाब देने को कहा था। जवाब में रवनीत सिंह बिटटू ने कहा कि वह अगले ही हफते श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के सम्मुख पेश होंगे और पूछेंगे कि वह उनके विरूद्ध किस प्रकार की कार्यवाही चाहते है। उन्होंने कहा कि मेरे और मेरे परिवार के विरूद्ध सार्वजनिक टिप्पणियां करने की बजाए उनके असल मुददे पर बात होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि बिटटू ने उस वायरल वीडियो पर आपति प्रकट की थी, जिसमें श्री अकाल तख्त साहिब के ज्त्थेदार और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के कातिलों की प्रशंसा करते दिखे है। बिटटू ने यह भी कहा कि अगली संसदीय चुनावों के दौरान ज्ञानी हरप्रीत सिंह स्वयं चुनाव लडक़र उनका मुकाबला करें। उन्होंने यह भी कहा कि वह बिल्कुल परवाह नहीं करते और हमें ऐसे जत्थेदार नहीं चाहिए, जो भीड़ को उकसाकर पंजाब को दहशतगर्दी वाले पुराने दिनों में वापिस ले जाना चाहते है।
– सुनीलराय कामरेड