लुधियाना-एस.एस.नगर : श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबीयों के मामले में जस्टिस रंजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट पर पंजाब में सिख सियासत गरमाई हुई है। पंजाब के केबिनेट मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा ने तख्त श्री दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी गुरमुख सिंह को कुछ दिन पहले रातोरात पुन: श्री अकाल तख्त साहिब का मुख्य ग्रंथी लगाए जाने पर एक खत के जरिए श्री अकाल तख्त साहिब के सिंह साहिबान से सवाल पूछा है कि किस मजबूरी के तहत गुरमुख सिंह की नियुक्ति हुई।
किसानों के लिए सम्मान समारोह
आज लाइफ स्टाक भवन सेक्टर 68 में इंडियन फारमर अलाइंस द्वारा पंजाब के सफल किसानों के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें पंजाब के सहकारिता मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा मुख्य मेहमान के तौर पर शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जस्टिस रंजीत सिंह की रिपोर्ट लीक नहीं हुई बल्कि दिन-प्रतिदिन अकाली दल लीक हो रहा है।
पत्रकारों द्वारा गुरबाणी की तुकों की बेअदबी संबंधित पूछे गए सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि पहले बिक्रम मजीठिया अपनी तुके सुधारें जो केंद्रीय मंत्री अरूण जेतली के बारे में बोली गई थी। उसके बाद मैं उन्हें जवाब दूंगा। केबिनेट मंत्री ने यह भी कहा कि मैं रब्ब से डरने वाला बंदा हूं। मैं इस प्रकार की बयानबाजी नहीं करता। इस अवसर पर उन्होंने पशु पालन और डायरी विकास मंत्री बलबीर सिंह संधू, मुख्यमंत्री पंजाब के मुख्य सचिव श्री सुरेश कुमार जी उपस्थित थे।
देश में धर्म के नाम पर सांप्रदायिकता फैलाने वाले अपनी हरकतों से आएं बाज
एक दिन पहले स. रंधावा ने अकाल तख्त साहिब को एक पत्र के जरिए लिखा है कि जब पूरा सिख जगत दुविधा और अनिश्चिता की स्थिति में घिरा हुआ है तो उस दौरान ज्ञानी गुरमुख सिंह जो कुछ वक्त पहले सिंह साहिबान अकाल तख्त साहिब जी से सवाल दर सवाल करके महान तख्त साहिबान की महानता और मर्यादा को तार-तार कर रहा था। उसे पुन: नाटकीय ढंग के साथ श्री अकाल तख्त साहिब की जिम्मेदारी क्यों सोंपी गई।
रंधावा ने सवाल उठाते हुए यह भी कहा कि सिख संगत जानना चाहती है कि ऐसी क्या मजबूरी थी कि रातों रात ज्ञानी गुरमुख सिंह को अकाल तख्त साहिब का हैड ग्रंथी लगाने का फैसला करना पड़ा। केबिनेट मंत्री ने सिंह साहिबान को यह भी कहा कि अति गंभीर मामले के ऊपर आप फैसला दो कि ज्ञानी गुरमुख सिंह के पिछले बयान जो आज भी एक वीडियो रिर्काडिग के जरिए सोशल मीडिया पर उपलब्ध है और उनकी रिकार्डिग पैन ड्राइव के रूप में इस खत के साथ नथी है। उस वक्त सचे थे आज अपनी जुबान से मुकरने वाले ऐसे शख्स को पंथ के मुकदस स्थान पर पुन: सेवा संभालने की जिम्मेदारी क्यों सौंपी गई। रंधावा ने यह भी कहा कि आप स्पष्ट करो कि इस घटना के क्या संकेत मिलते है। अगर आप चुप रहे तो श्री अकाल तख्त साहिब जी के महान संस्थान और इसके साथ जुड़े महान सिद्धांतों और आदर्शो के सियासीकरण करने वाले आरोप और पुख्ता होंगे।
– सुनीलराय कामरेड