दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को उन किसानों को मुआवजा दिया, जिनकी फसल पिछले साल अक्टूबर में बेमौसम बारिश के कारण बर्बाद हो गयी थी। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि जनवरी में सरसों की फसल को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक सर्वेक्षण जल्द ही शुरु किया जाएगा ताकि मुआवजा तय किया जा सके। केजरीवाल ने कहा कि कोई देश या राज्य अगर किसानों का सम्मान और उनकी मदद नहीं करता है तो वह समृद्ध नहीं हो सकता है।
चुनाव को लेकर केजरीवाल ने तय की मुआवजे की दर
उन्होंने कहा कि पंजाब में अभी तक फसलों को हुए नुकसान के लिए किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया है। उनकी सरकार ने भुगतान में किसी भी दिक्कत से बचने के लिए मुआवजा तय करने के लिए एक आसान फॉर्मूला अपनाया है। अगर 70 प्रतिशत से कम नुकसान हुआ है तो 70 फीसदी मुआवजा तय किया गया है और अगर 70 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है तो 100 फीसदी मुआवजा तय किया गया है। मुआवजा प्रति एकड़ 20,000 रुपये की दर से तय किया गया है।
दिल्ली में किसानों के लिए हमेशा खुले हैं AAP के दरवाजे
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह दिल्ली में किसानों के बेटे और भाई की तरह हैं और उनके लिए उनकी सरकार के दरवाजे हमेशा खुले हैं। दिल्ली में 45,000 किसानों को करीब 55 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया है। इन किसानों की फसल पिछले साल अक्टूबर में बेमौसम बारिश के कारण बर्बाद हो गयी थी। राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत और मुख्य सचिव विजय देव ने उम्मीद जतायी कि संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि का जल्द से जल्द भुगतान कर दिया जाए।