लुधियाना-बठिण्डा : संसार भर में मानवता की हर दुख तकलीफ में जिम्मेदारी से सेवा निभा रही खालसा ऐड के सेवादार वीर इंद्रजीत सिंह और जगप्रीत सिंह पंजाब में लॉकडाउन और कर्फ्यू के दौरान प्रशासनिक इजाजत लेकर पी.पी.ई किटें बठिण्डा में देने के पश्चात वे अपने शहर देहरादून के लिए वापिस जा रहे थे तो उनकी गाड़ी बाजखाना कस्बे के नजदीक अचानक डिवाइडर पर चढ़ गई, जिस कारण वह गंभीर जख्मी हुए और उन्हें बठिण्डा के मैकस अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल करवाया गया, जहां वीर इंद्रजीत सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि उनके साथी उपचारदीन है। वीर इंद्रजीत ङ्क्षसह की मृत देह आज पुलिस ने पोस्टमार्टम के पश्चात उसके वारिसों के हवाले कर दी है। खालसा ऐड के सेवादारों द्वारा बोले सो निहाल के जयकारों की गूंज में उनकी मृत देह को बठिण्डा के सिविल अस्पताल से देहरादून के लिए रवाना किया गया।
खालसा ऐड के एशियाई सेवादार भाई अमरप्रीत सिंह ने वीर इंद्र प्रीत सिंह की मौत पर अफसोस जाहिर करते हुए इस घटना को दुखदाई करार दिया। उनके मुताबिक वीर इंद्रजीत सिंह पटियाला में जॉब करता था और वह बठिण्डा-फरीदकोट में सेवा के लिए गया हुआ था। जहां यह दुर्घटना घट गई। उन्होंने वीर इंद्रजीत सिंह को सिख पंथ के लिए एक होनहार यौद्धा करार दिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक दोनों सेवादार बठिण्डा के इलाकों में सेवा क रने के पश्चात जब अपने ठिकानों की ओर वापिस जा रहे थे तो अचानक उनकी गाड़ी बारिश के दौरान सडक़ पर बने पानी के खडडे में धस गई जिससे गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और वह डिवाइडर से जा टकराई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बड़ी मशक्कत के उपरांत घायल सेवादारों को अस्पताल पहुंचाया गया।
सुनीलराय कामरेड