लुधियाना : पुलिस स्टेशन डिविजन 2 में सुबह-सवेरे संदिग्ध हालात में गोली चलने के कारण एक हवालदार की मौत हो गई। मृतक की पहचान हेड कास्टेबल गुरचरण सिंह (48) के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गुरचरण सिंह अपनी राइफल कमरे में रखता था कि अचानक उसमें से गोलियां चल गई। गंभीर अवस्था में उसे अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसे मृत करार दे दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के उच्च अधिकारी मोके पर पहुंचे और उन्होंने इस मामले की जांच शुरू कर दी। सूत्रों के मुताबिक गोलियां मृतक के माथे में लगकर सिर से निकल गई। गोली की आवाज सुनकर बाकी के मुलाजिम इकट्ठा हुए तो उन्होंने इसकी सूचना अधिकारियों को दी। उसके बाद पुलिस कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल, एडीसीपी गुरप्रीत सिंह, एसीपी वरयाम सिंह मौके पर पहुंच गए। उन्होंने इसकी सूचना मृतक के परिवार को दी। परिवार के पहुंचने पर शव को कब्जे में लेकर परिजनों के बयानों पर धारा 174 के तहत कार्रवाई की गई।
दो धड़ों में चली जमकर गोलियां , दो नोजवानों की हुई मौत के उपरांत इलाके में तनाव
एसीपी वरयाम सिंह ने बताया कि गुरचरण सिंह थाने में नाइट मुंशी था। उनका परिवार जिसमें दो बेटे और पत्नी है, वो पटियाला पुलिस लाइन में रहता है। डेढ़ साल पहले ही गुरचरण की बदली लुधियाना हुई थी। रविवार की रात वो ड्यूटी पर आया था। सोमवार की सुबह जब वो थाने में रखी राइफल को उठाकर अलमारी में रखने लगा तो लोड होने की वजह से उसमें से गोली चल गई, जोकि उसके माथे से लगकर सिर से निकल गई। गोली की आवाज सुनकर बाकी के मुलाजिम मौके पर पहुंचे तो कुर्सी पर गुरचरण का शव पड़ा था और कमरा खून से लथपथ था। उन्होंने घबराकर अधिकारियों को सूचित किया और फिर कार्रवाई आगे बढ़ाई गई।
विभागीय सूत्रों की माने तो गोली अचानक चलने की बात को गलत बताया है। उनका कहना है कि गुरचरण काफी दिनों से परेशान था। उसने आत्महत्या की है। हालाकि इस संबंध अधिकारियों ने आत्महत्या की बात से साफ इंकार किया है। उन्होंने कहा कि गुरचरण की मौत अचानक गोली चलने से हुई है।