लुधियाना-सुलतानपुर लोधी : पंजाब के दोआबा में स्थित पावन धरती सुलतानपुर लोधी में आज गुरु श्री नानकदेव के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित पंजाब विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र संपन्न हुआ। देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह और देश के उपराष्ट्रपति -महामहिम एम. वैकेया नायडू इजलास में विशेष तौर पर पहुंचे हुए थे। इनके अतिरिक्त पंजाब और हरियाणा विधानसभा के विधायकों समेत सभी उच्च नेता भी उपस्थित थे। 53 साल के बाद यह पहला अवसर है कि पंजाब और हरियाणा के विधायक एक साथ बैठे। विधानसभा गुरु श्री नानकदेव जी की शिक्षाओं पर व्याख्यान हुआ।
इस अवसर पर जहां पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए स्पीकर राणा केपी सिंह ने गुरू नानक देव जी के जीवन और दी गई शिक्षाओं पर रोशनी डाली वही पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भी विधानसभा के विशेष सत्र बुलाए जाने पर कैप्टन अमरेंद्र सिंह को बधाई दी। भले ही 1966 में संयुक्त पंजाब से टूटकर हरियाणा अलग राज्य बन गया और उसकी अपनी विधानसभा हो गई, लेकिन आज बुधवार को पंजाब और हरियाणा के विधायक एक बार फिर एक साथ पंजाब विधानसभा में बैठे नजर आएं।
53 वर्ष बाद यह ऐसा दिन था जब इतिहास ने अपने आप को दोहराया और इसमें प्रकाश सिंह बादल एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैैं जो संयुक्त सदन के भी हिस्सा रहे हैं और विभाजन के बाद आज भी पंजाब विधानसभा के सदस्य हैं। यह अलग बात है कि 1962 से 1966 के दौरान वे विधानसभा के सदस्य नहीं थे।
प्रकाश सिंह बादल ने यह भी कहा कि हमें गुरू साहिब के सत्कार में पानी, हवा और जमीन की संभाल करनी चाहिए। उन्होंने गुरू साहिब के संदेशों पर जबर-जुलम और धक्केशाही के खिलाफ खड़े होकर पहरा देने की बात कही। इस दौरान सभी विधायकों को अपने वेतन का दसवंद (दसवां हिस्सा) सुलतानपुर लोधी भेजने को कहा। उन्होंने पंजाब विधानसभा के सत्र के दौरान सरकार को लोगों की गरीबी दूर करने के लिए सरकारी फंड का प्रयोग करने की प्रेरणा दी। सत्र शुरू होते ही पिछले वकत के दौरान बिछड़ी रूहों को सदन में श्रद्धांजलि दी गई।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र ङ्क्षसह ने देश के उपराष्ट्रपति और डॉ मनमोहन सिंह, दोनों प्रदेशों के राज्यपालों समेत सभी विशेष शख्सियतों को जहां विशेष सत्र में हिस्सा लेने के लिए ‘ जी आया नूं ’ कहा वही इस अवसर पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर, हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायाण आर्य और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने स्मृति चिन्ह के रूप में 550वें प्रकाश पर्व पर बनाए गए सोने व चांदी के सिक्के भेंट किए। इस अवसर पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी पहुंचे। इस अवसर पर कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने सियासत को पीछे छोडक़र सभी पार्टियों को मिलजुलकर गुरू साहिब का प्रकाश पर्व मनाने की प्रेरणा दी और सभी सियासी दलों को एक ही मंच में बैठकर चिंतन करना चाहिए।
देश के 2 बार प्रधानमंत्री रह चुके प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ मनमोहन सिंह ने पंजाब की जवानी और नशों पर सवाल उठाएं। उन्होंने अपने भाषण के अंत में पंजांब के प्रसिद्ध कवि प्रो. पूरण सिंह द्वारा लिखित कुछ पंकितयां पढक़र सुनाते कहा कि पंजाब का हिन्दु ना मुसलमान, पंजाब जीता है गुरूओं के नाम। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में जहरीले हो रहे पानी पर भी बात कही।
गुरू नानक देव जी के जीवन काल के बारे में संबोधित करते हुए गुरू साहिब के गृहस्थी धर्म की पालना को जरूरी करार दिया। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने यह भी कहा कि गुरु नानक देव जी ने संवाद और आदर्श समाज की नींव रखी। गुरु ने कहा था कि किसी भी समाज की समर्थता का पता तब चलता कि उस समाज में महिलाओं का कितना सम्मान है। वही उन्होंने गुरू नानक देव जी द्वारा साधु-संतों को हाथों से कर्म करने के लिए प्रेरित कहा। पंजाब में युवा नशे के गिरफ्त में आ रहे हैं। ऐसे में विचार करना होगा कि गुरु नानक देव जी के विरासत से कैसे जुड़े रहेंगे।
इस अवसर पर सत्र को संबोधित करते हुए देश उपराष्ट्रपति एस. वेंकैया नायडू ने पंजाबी बोलने के प्रयास के दौरान संबोधित करते कहा कि उन्हें भारत के महान संत गुरू नानक देव जी के विशेष समागम में शामिल होकर खुशी महसूस हो रही है। पंजाबी भाषा में बोलने पर सदन में मौजूद सभी विधायकों ने मेज थपथपा के उप राष्ट्पति का धन्यवाद किया। नायडू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पीठ थपथपाई की उन्होंने इस विशेष मौके पर विशेष सत्र बुलाया। महामहिम ने यह भी कहा कि गुरू नानक देव जी सिर्फ संत ही नहीं बल्कि क्रांतिकारी कवि भी थे, जिन्होंने समाज सुधार के साथ-साथ बहुत बड़े योगय उपाय भी किए।
वैंकेया नायडू ने अंग्रेजी भाषण में गुरू साहिब के जीवन और शिक्षाओं के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि गुरू जी ने हमेशा महिलाओं के जीवन सुधार और समाज में बराबरी की बात की। वैंकेया नायडू ने यह भी कहा कि गुरू साहिब ने प्रत्येक धर्म के लोगों के सोशन के विरूद्ध बुलंद की और समाज और दुनिया को गुरू नानक जैसे समाज सुधारक की अति आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह बहुत पावन अवसर है और गुरु श्री नानकदेव की शिक्षा पूरे मानवता के लिए कल्याणकारी और अपनाने योग्य है। गुरु नानकदेव ने मानवता की राह दिखाई। नायडू ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर विश्व में शांति, सद्भावना व मानवता का पैगाम देगा।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने गुरु श्री नानकदेव जी के 550वें प्रकाश पर्व के पावन अवसर पर सिख समुदाय के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि गुरु श्री नानकदेव जी की शिक्षाओं का पूरे मानवता के लिए महत्व है और यह इंसानियत की राह दिखाता है। उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह कॉरिडोर पूरे विश्व को शांति, बंधुत्व, सद्भावना और इंसानियत का संदेश देगा।
वेंकैया नायडू ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर विश्व शांति में अहम भूमिका अदा कर सकता है। वेंकैया नायडू ने कहा, भारत के महान संत वाणी रचनाकार में से एक गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाश पर्व पर बुलाए गए विशेष समागम आप लोगों के साथ आ कर मुझे खुशी हो रही है।
विशेष सत्र में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, पंजाब के राज्यपाल वीपी बदनोर, हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सहित कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। पंजाब के विधायकों के साथ-साथ हरियाणा के विधायक भी सदन में मौजूद रहे।
इससे पहले उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और अन्य नेताओं का पंजाब विधानसभा में पहुंचने पर विधानसभा अध्यक्ष राणा केपी सिंह और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वागत किया। उपराष्ट्रपति को इस अवसर पर गार्ड ऑफ आर्नर दिया गया। इसके बाद पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हुआ।
विशेष सत्र की शुरूआत स्पीकर राणा केपी सिंह के वेलकम भाषण से हुआ। उन्होंने गुरु श्री नानकदेव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर आयोजित इस विशेष सत्र में शामिल होने पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, पंजाब एवं हरियाणा के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों का स्वागत किया। पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल भी सदन में आए।
उनको मुख्य स्टेज पर स्थान नहीं मिल पाया और वह हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ बैठे। सदन में पंजाब और हरियाणा के 174 विधायक मौजूद थे। हरियाणा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता भी सदन में मौजूद रहे। सुनील जाखड़, परनीत कौर भी स्पीकर वेल में नजर आए। पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और सुखपाल सिंह खैहरा सदन में नहीं पहुंचे। इस अवसर पर पंजाब विधानसभा सुंदर तरीके से सजाया गया है। बिजली की लडिय़ों व फूलों से सजी विधानसभा की रौनक देखते ही बन रही थी।
– सुनीलराय कामरेड