लुधियाना : अदालती आदेशों के बावजूद मुआवजा राशी अदा न करने पर आक्शन के लिए पहुंचा अदालती स्टाफ -आनन-फानन में निगम अधिकारियों ने एक सप्ताह में रकम अदा करने का दिया भ्भरोसा लुधियाना। पंजाब सरकार व इसकी नगर निगम की वित्तिय हालात ऐसी खस्ता है कि अब पास अपनी देनदारियों के भुगतान के लिए प्रबंध नहीं है। जिससे ऐसे हालात पैदा हो चुके है कि इनकी प्रापर्टियों की नीलामी होने की नौबत आ गई है।
ऐसे ही एक मामले में लुधियाना की एक अदालत में चल रहे मुआवजे के केस में नगर निगम द्वारा अपनी देनदारी न चुकाने के कारण आज कोर्ट के आदेशों के बाद अदालती स्टाफ नगर निगम कमिश्नर की सरकारी कोठी की नीलामी के लिए पहुंच गया। जिस पर निगम अधिकारियों को हाथों-पैरों की पड गई तथा आनन फानन में अधिकारियों ने मान-मनौव्वल करके अदालती अधिकारियों से एक सप्ताह के भीतर सारी अदायगी चुकाने का आश्वासन दिलाया, जिसके कारण निगम कमिश्नर की कोठी नीलाम होते-होते बच गई। वीओ-1 इस संंबंधी अदालती आदेश पर पहुंचे कोर्ट आक्शनर हरमिंदर कौर जस्सल ने बताया कि वह आज यहां पर अदालती आदेशों निगम की प्रापर्टी जोकि कमिश्नर का निवास है, के नीलामी के लिए यहां पहुंची है।
निगम को अदालत ने एक केस में शिकायतकर्ता नराता को 22-23 लाख अदा करने के आदेश दिये थे लेकिन निगम ने यह पैसे जमा नहीं करवाये। जिसके बाद अदालत ने निगम की प्रापर्टी की नीलामी के आदेश जारी किये है। अब मौके पर निगम के लीगल अधिकारी व टाउन प्लानर ने एक सप्ताह में रकम जमा करवाने का भरोसा दिलाया है। वीओ-2 पीडित पक्ष के बताया कि निगम ने कई वर्ष पहले हैबोवाल नाले के साथ वाली सडक को एक्वायर किया था तथा उनकी जमीन को भी एक्सवायर किया गया था लेकिन निगम ने कई साल बीतने के बावजूद इसका मुआवजा अदा नहीं किया। जिसका केस अदालत में चल रहा था।
अदालत ने निगम को मुआवजा राशी अदा करने के आदेश दिये थे लेकिन निगम बार-बार टाल मटोल का रवैया अपनाये हुए था। अब अदालती आदेश पर निगम की प्रापर्टी को नीलाम करने के आदेश आए है लेकिन निगम अधिकारी अब एक सप्ताह का समय मांग रहे है।
– सुनीलराय कामरेड