लुधियाना : देशभक्ति के जुनून में लुधियाना से संबंधित यूथ अकाली नेता को आज जम्मू-कश्मीर की पुलिस ने उस वक्त श्रीनगर के लाल चौक पर हिरासत में ले लिया, जब वह भारत मां के जयकारों के साथ राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराने का प्रयास कर रहा था। जम्मू-कश्मीर की पुलिस का कहना था कि यह इलाका अति संवेदनशील है और वहां किसी भी प्रकार की कानून व्यवस्था भंग नहीं होने देने के लिए ऐसा किया गया है। लुधियाना के चौड़ा बाजार के नौघरा स्थित प्रसिद्ध क्रांतिकारी शहीद सुखदेव थापर की रिहायश के नजदीक रहने वाले दीपक शर्मा के हौजरी बुजुर्ग कारोबारी पिता कमल शर्मा ने अपने बेटे को जेएंडके पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए स्पष्ट किया कि उन्हें किसी भी प्रकार का अफसोस नहीं और ना ही उन्हें अपने बेटे की कारीस्तानी पर शर्मिंदगी है।
उन्होंने कहा कि उनका 35 वर्षीय बेटा दीपक भारत मां और राष्ट्रीय ध्वज के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि डॉ मनमोहन सिंह की सरकार के वक्त कुछ साल पहले जब भारतीय युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग ठाकुर लाल चौक में तिरंगा फहराने निकले थे, तो उनकी गिरफतारी के उपरांत दीपक शर्मा ने लाल चौक पर जाकर तिरंगा फहराया था।
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सोशल मीडिया पर जारी हुई वीडियो के जरिए हिरासत में लिए जाने से पहले दीपक शर्मा ने अपना परिचय के रूप में बताया कि उसका संबंध पंजाब से है। उसने लाल चौक पर तिरंगा फहराने के मकसद को जाहिर करते हुए कहा कि जहां हमारे देश के नौजवान शहीद किए जा रहे है और मिलीटेंट द्वारा लोगों को मारा जा रहा है। मैं उन जवान शहीदों को श्रद्धांजलि देने के इरादे से राष्ट्रीय ध्वज फहराना चाहता हूं। उन्होंने पाकिस्तान समेत श्रीनगर में रहने वाले पाकिस्तानी समर्थकों को ललकारते हुए कहा कि कश्मीर जमीनें -हिंद की है और कश्मीर हमारा था, हमारा है और हमारा रहेंगा।
दीपक शर्मा ने यह भी कहा कि तिरंगा उसकी जान है और वह हर कीमत पर फहराकर रहेंगा। इसी उददेश्यपूर्ति हेतु जब सफेद रंग के कार पीबी 91ई 4406 में सवार होकर वह लाल चौक पहुंचा तो मोके पर मौजूद सुरक्षा प्रहरियों ने उसे तिरंगा फहराते और नारे लगाते देखते ही हिरासत में ले लिया। बहरहाल दीपक शर्मा के पिता कमल शर्मा ने बेफिक्र अंदाज में कहा कि उनके बेटे ने तिरंगा फहराकर कोई गुनाह नहीं किया। देर-सवेर वह लुधियाना वापिस आ ही जाएंगा।
– सुनीलराय कामरेड