पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में आंतरिक दंगल जारी है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद के लिए पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के नाम की चर्चा के बीच शुक्रवार को प्रदेश की आबादी का धार्मिक एवं जागतिगत आंकड़ा पेश करते हुए परोक्ष रूप से इस बात का समर्थन किया।उन्होंने कहा कि इस पद की जिम्मेदारी हिंदू समुदाय के किसी नेता को मिलनी चाहिए।
Our Family has sacrificed itself at alter of Punjab,Punjabi, Punjabiyat to uphold pluralistic ethos of Punjab.
Punjab has always walked extra mile to keep it’s social equilibrium intact .
Born to a Jat Sikh mother & a Hindu Father I understand this very well @manaman_chhina https://t.co/i1ByJdzz7z— Manish Tewari (@ManishTewari) July 16, 2021
पंजाब कांग्रेस के नेता पवन दीवान ने भी कहा है कि प्रदेश अध्यक्ष के पद पर हिंदू समुदाय के किसी नेता को होना चाहिए। तिवारी ने ट्वीट किया, ‘‘पंजाब एक प्रगतिशील और धर्मनिरपेक्ष राज्य है। लेकिन सामाजिक समूहों के बीच संतुलन बनाना अहम है। समानता ही सामाजिक न्याय की बुनियाद है।’’ उन्होंने कहा कि पंजाब में 57.75 प्रतिशत सिख हैं और हिंदू एवं दलित समुदायों की आबादी क्रमश: 38.49 प्रतिशत और 31.94 प्रतिशत है।
लोकसभा सदस्य तिवारी ने अपने ट्वीट को कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत को टैग किया। अगर कांग्रेस आलाकमान सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाता है तो मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष, दोनों पदों पर जट सिख समुदाय के नेता होंगे। अमरिंदर सिंह और सिद्धू दोनों जट सिख हैं। मौजूदा समय में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ हैं।