लुधियाना-अमृतसर : श्री अकाल तख्त साहिब के बार-बार हुकमों के बीच आज गुरू की नगरी अमृतसर में स्थित शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) और पंजाब सरकार के प्रतिनिधि के बीच हुई बैठक बेनतीजा रही। इस बैठक का उद्देश्य श्री गुरु नानक देव जी के 550वे प्रकाश पर्व को संयुक्त तौर पर मनाने की कोशिशों पर सहमति बनाना था।
बैठक में शामिल कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि कार्यक्रम सांझे तौर पर मनाए जाने को लेकर आने दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। हालांकि पंजाब के केबिनेट मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा ने स्वयं को इस संयुक्त तालमेल कमेटी से पहले ही आरोप लगाकर अलग कर लिया था। सुखजिंद्र सिंह रंधावा का कहना था कि एसजीपीसी के प्रधान और कमेटी सदस्य सुखबीर सिंह बादल के इशारो पर चलते हुए सरकार को प्रत्येक मोर्चे पर नीचा दिखाने के लिए काम कर रहे है।
आज हुई बैठक की अध्यक्षता एसजीपीसी अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने की, जिसमें पंजाब सरकार की तरफ से केबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अकेे ले ही शामिल हुए। जबकि शिरोमणि कमेटी की तरफ से जत्थेदार तोता सिंह, बीबी जगीर कौर और हरियावेलां वाले महापुरूष बाबा नौरंग सिंह भी शामिल हुए।
बैठक के उपरांत शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने दावा किया कि बैठक बहुत ही सदभावना के माहौल में हुई है और उन्हें आशा है कि 12 नवंबर को 550वें प्रकाश पर्व का मुख्य समागम सुलतानपुर लोधी में पंजाब सरकार और शिरेामणि कमेटी द्वारा एक ही मंच पर आकर मनाया जाना चाहिए ताकि संगत में बेहतर संदेश जा सके। । इस अवसर पर भाई लोंगोवाल ने बताया कि आने वाले दिनों में कमेटी की एक और बैठक की जाएंगी।
बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सिर्फ इतना ही कहा प्रकाश पर्व के कार्यक्रम सांझे तौर पर मनाने के लिए बढिय़ा भावना से आगे बढ़ा जाएगा। उन्होंने दावा किया कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह एक सच्चे सिख की भाति इस पर्व को मनाना चाहते है। इस संबंधी आने वाले दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
सुनीलराय कामरेड