लुधियाना : पंजाब के आर्थिक राजधानी के नाम से विख्यात महानगर लुधियाना शहर के गुरुनानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज (जीएनई) में बाहरी राज्यों से आए विद्यार्थी, स्थानीय विद्यार्थियों के साथ भिड़ गए, दोनों समूहों में बात सिर्फ मैस की मेन्यू को लेकर थी, जिसमें स्वाद नॉनवेज का था।
बाहरी राज्यों बिहार और यूपी से आए विद्यार्थियों ने अपनी थाली में मछली की सब्जी की बात रखी तो स्थानीय विद्यार्थियों ने मटन और मुर्गे की बात छेड़ी, इसी बीच वाद-विवाद इतना बढ़ा कि बातें तूतू-मैंमैं से होते हुए गाली गलौच तक पहुंची और फिर खूनी झड़प में तबदील हो गई, इसी खूनी झड़प के दौरान 2 छात्रों के घायल होने की खबर मिली है, जिन्हें डेलों के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। दोनों पक्षों के छात्रों को चोटें भी आई हैं।
जबकि दोनों समूहों के विद्यार्थियों ने शिक्षा परिसर के अंदर और बाहर धरना प्रदर्शन किए। इसीे बीच बाहरी समूहों के विद्यार्थियों ने दूसरे गुट के साथ कॉलेज प्रबंधकों के मिला होने के आरोप लगाएं है। बहरहाल लड़ाई की सूचना पाकर थाना डेलों की पुलिस मोके पर पहुंची और एसएसपी जश्नदीप सिंह ने छात्रों को शांत करने का प्रयास किया।
गिल रोड स्थित जीएनई कॉलेज के हॉस्टल में रहने वाले पंजाब के छात्रों का उत्तर प्रदेश और बिहार के छात्रों के साथ पांच दिन पहले मेस में खाने के मेन्यू को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसमें दोनों गुटों में हाथापाई हुई थी और बाद में कॉलेज प्रबंधन की ओर से दोनों पक्षों को बैठाकर समझौता करवा दिया गया था। तीन दिन बाद हॉस्टल के बरामदे में लगी जरनैल सिंह भिंडरावाला की फोटो पर किसी ने कालिख फेंक दी। कॉलेज के पंजाबी स्टूडेंट इसकी शिकायत लेकर प्रिंसिपल के पास गए थे और उन्हें जांच का आश्वासन दिया गया था।
इस घटना में सौ से भी ज्यादा छात्र आपस में उलझ गए, जिसके हाथ में जो आया एक-दूसरे पर चला रहे थे। मारपीट में दर्जन से भी ज्यादा युवकों को चोट आई हैं, जिन्हें डेहलों के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। कॉलेज में दोनों पक्षों की तरफ से ही रोष जाहिर किया जा रहा है।
दोनों ही गुटों ने कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि पहले भी कई बार झगड़ा हो चुका है, मगर प्रबंधन इसे दबा देता है। बीटेक सेकेंड ईयर के स्टूडेंट सुखमनप्रीत, बलविंदर, मुनीश और किरणवीर सिंह का कहना है कि उत्तर प्रदेश और बिहार के युवक बार-बार परेशान करते हैं। उकसाने के लिए वह लोग कई तरह के प्रयत्न कर रहे हैं। उन्होंने एलान किया है कि कॉलेज में धरना प्रदर्शन जारी है और जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिलता वह कॉलेज नहीं चलने देंगे। उत्तर प्रदेश निवासी प्रभात कुमार, बिहार निवासी अवनीश राज और आकाश का कहना है कि पंजाब के युवा कई बार हमले कर चुके हैं। पुलिस और कॉलेज प्रबंधक मामले को दबाना चाहते हैं।
सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए स्टूडेंट्स ने ट्विटर के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इंसाफ की गुहार लगाई है। जबकि कालेज प्रबंधकों ने आगामी कुछ दिनों के लिए कालेज में छुटटी रहने की घोषणा कर दी है, ताकि माहौल शांत होते ही मामला सुलझाया जा सकें।
सुनीलराय कामरेड