लुधियाना- खन्ना : पंजाब सरकार की तरफ से शुरू किए गए ’मिशन तंदरुस्त पंजाब’ के अंतर्गत जिला लुधियाना के किसानों को रसायनमुक्त सब्जियाँ और फलों की काश्त करने के लिए प्रेरित करने के बागबानी विभाग के प्रयत्न लगातार जारी हैं। विभाग की तरफ से इस उदे्ष्य के लिए बनाईं विशेष टीमें जगह जगह जागरूकता कैंप लगा रही हैं।
बागबानी विभाग के डिप्टी डायरैक्टर डा. जगदेव सिंह ने बताया कि अब तक 30 से और ज्यादा कैंप लगाए जा चुके हैं, जिनमें 1200 से ज्यादा किसानों ने बड़े उत्साह से भाग लिया है। इन कैंपों दौरान किसानों को सब्जियाँ और फलों की खेती के लिए रासायनों का क म से कम प्रयोग करने की अपील की जा रही है। किसानों को बताया जा रहा है कि फल और सब्जियों को रासायनों के साथ पकाने से वातावरण पर प्रभाव पडऩे के साथ-साथ इससे मानवीय सेहत को भी बहुत नुक्सान हो रहा है। इस के अलावा आम लोगों से भी अपील की जा रही है कि यदि हो सके तो अपनी जरूरत मुताबिक सब्जियाँ और पसन्दीदा फलों की खेती घरों में या अपने स्तर पर ही की जाये।
उन्होने कहा कि कैल्शियम कार्बाइड से पकाए फल, जैसे आम, केला, पपीता, चीकू आदि का सेहत पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। विभाग की तरफ से कैल्शियम कार्बाइड के साथ फल पकाने वाले कारोबारियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। पकड़े जाने वाले कारोबारियों पर बनती कानूनी कार्यवाही की जायेगी। लुधियाना स्थित फल मंडी (जालंधर बाइपास) में फलों को कैल्शियम कार्बाइड के साथ ना पकाए जाएँ संबंधी तीन सदस्यीय समिति की तरफ से फल कारोबारियों को लगातार जागरूक किया जा रहा है।
आज एक जागरूकता कैंप का आयोजन गाँव सलौदी में किया गया, जिसे इस विषय के माहिरों ने संबोधन किया। उन्होंने कहा कि किसानों को चाहिए कि वह पंजाब सरकार की तरफ से शुरू किये गए ’मिशन तंदरुस्त पंजाब’ को सफल करने में सहयोग करें। रसायनमुक्त काश्त करने से जहाँ प्रत्येक व्यक्ति तंदरुस्त रहेगा, वहीं पर्यावरण का भी बचाव होगा।
रीना अरोड़ा