मनी लांड्रिंग केस में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपेंद्र सिंह उर्फ हनी की गिरफ्तारी के बाद ईडी उसे जालंधर की अदालत में प्रस्तुत करने की तैयारी में है। मामले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपिंदर सिंह हनी को आज यहां अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश मनजिंदर सिंह की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे आठ फरवरी तक रिमांड पर भेज दिया गया।
वर्ष 2018 में दर्ज हुए अवैध खनन के एक मामले में ईडी ने 18 जनवरी को भूपिंदर सिंह हनी के मोहाली, लुधियाना एवं पठानकोट स्थित ठिकानों पर छापे मारे थे। ईडी को भूपिंदर के ठिकाने से 7.9 करोड़ रुपये, भूपिंदर के साथी संदीप के ठिकाने से 2 करोड़ रुपये, 21 लाख कीमत के सोने के गहने तथा 12 लाख रुपये की रोलेक्स घड़ बरामद की थी। ईडी ने गुरुवार को भूपिंदर सिंह को पूछताछ के लिए जालंधर स्थित कार्यालय में बुलाया था।
देशभर में माफियाओं द्वारा करोड़ रुपये छुपाए गए हैं
पूछताछ के दौरान भूपिंदर सिंह घबरा गया और उसने ईडी अधिकारियों के समक्ष तबीयत बिगड़ने की बात कही। इसके बाद उसे अस्पताल में ले जाया गया। रात करीब एक बजे अस्पताल ने भूपिंदर की सभी जांच रिपोर्ट सामान्य होने का दावा किया जिसके बाद रात दो बजे भूपिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी ने छापामारी के दौरान कहा था कि देशभर में माफियाओं द्वारा करोड़ रुपये छुपाए गए हैं, जिसे ईडी उजागर कर रहा है। केवल पंजाब में अवैध रेत खनन मामले लगभग दर्जनभर जगहों पर छापेमारी की है।
लुधियाना में भूपिंदर सिंह हनी के आवासीय परिसर से करोड़ रुपये बरामद हुए थे। कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री के एलान से पहले श्री चन्नी के लिए इस गिरफ्तारी के बाद मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस मामले को लेकर विपक्ष चन्नी पर हमलावर रहा है। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में श्री चन्नी और श्री सिद्धू शामिल हैं।