लुधियाना-जंडियालागुरू-अमृतसर : दिल्ली से नए चुने गए लोकसभा सदस्य और पंजाब के राजगायक के तौर पर पहचाने जान वाले सांसद सदस्य हंसराज हंस जंडियालागुरू में पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उनका शानदार स्वागत किया गया। जानकारी के मुताबिक हंसराज हंस आज श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक होने से पहले रास्ते में वह जंडियालागुरू रूके थे।
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सर्वव्यापी विकास होगा और सूबे में नए प्रोजेक्ट भी लगाएं जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह पंजाब के लिए जीते है। हंसराज हंस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के लिए बहुत फिकरमंद है और जल्द ही किसानों, दुकानदारों और व्यापारियों के लिए पहल के आधार पर सोचा जाएंगा और देश में बढ़ रही कीमतों के साथ-साथ महंगाई को भी नुकेल डाली जाएंगी।
दिल्ली उत्तर पश्चिमी लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते हंसराज हंस सोमवार को माथा टेकने के लिए जंडियालागुरू के बाद आज सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब भी पहुंचे। उन्होंने अपनी जीत पर शुकराना अदा किया। हंस ने कहा कि देश को मोदी जैसा नेता मिला है। यह सभी के लिए गौरव की बात है।
पंजाब में भाजपा की स्थिति पर हंस ने कहा कि यह चिंतन का विषय है। राहुल गांधी पर उन्होंने कहा कि अब चुनाव खत्म हो चुका है। विरोधी भी अपने हैं। इससे पहले उन्होंने भाजपा कार्यालय पहुंचकर शहीद हरबंस लाल खन्ना के बूथ पर फूल मालाएं अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि भेंट की। इसके बाद उन्होंने भाजपा प्रधान से भी मुलाकात की।
स्मरण रहे कि हंसराज हंस 10 दिसंबर 2016 को भाजपा में शामिल हुए थे। पंजाब में उन्हें स्वच्छ छवि वाले दलित चेहरे के रूप में भी देखा जा रहा है। दोआबा की दलित राजनीति में खासी पैठ रखने वाले हंस पहले अकाली दल व कांग्रेस में भी रहे हैैं। 2009 के लोकसभा चुनाव में जालंधर सीट से चुनाव लडक़र उन्होंने 3,71,658 वोट हासिल किए थे। इस बार लोकसभा चुनाव में दिल्ली में शानदार जीत हासिल करने वाले हंस अब पंजाब की राजनीति में भी सक्रिय हो सकते हैं। हंस के रूप में भाजपा को एक मजबूत दलित चेहरा मिला है।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं हंस को टिकट की पेशकश की थी। इससे पूर्व करीब दो वर्ष लगातार हंस ने इस हलके में ही नहीं बल्कि दिल्ली में कई रैलियां व जनसभाएं करवाकर पार्टी में अपनी बेहतर स्थिति बना ली थी। जिसके चलते पार्टी ने उन पर विश्वास जताते हुए चुनाव मैदान में उतारा था।
– सुनीलराय कामरेड