विभिन्न मामलों में उत्तर प्रदेश में वांछित विधायक मुख्तार अंसारी को बुधवार को मोहाली की एक अदालत में 2019 की कथित जबरन वसूली के मामले में पेश किया गया। व्हीलचेयर पर बैठकर कोर्ट के समक्ष पेश हुए अंसारी ने उस पंजाब पुलिस पर फंसाने का आरोप लगाया है, जिसपर लगातार अंसारी को बचाने के आरोप लग रहे हैं।
मोहाली कोर्ट में पेश करने के बाद मुख्तार अंसारी को मोहाली में दर्ज मामले की चार्जशीट की कापियां दी गईं। मामले की अगली सुनवाई 12 अप्रैल को होगी। कोर्ट से निकलते समय मीडिया के सवालों पर मुख्तार ने कहा कि पंजाब सरकार उसे फंसा रही है। उसके खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए।
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कोर्ट में पेशी के बाद मुख्तार को दोबारा रोपड़ जेल भेज दिया गया। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को अंसारी की हिरासत उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि मेडिकल मुद्दों की आड़ में मामूली आधार पर उत्तर प्रदेश पुलिस को अंसारी को नहीं सौंपा जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा था कि अभियुक्त हो या विचाराधीन कैदी, जो कानून का उल्लंघन करता है, एक जेल से दूसरी जेल में भेजे जाने का विरोध नहीं कर सकता और जब किसी दंड के भय के बिना कानून को चुनौती दी जा रही हो तब अदालतें असहाय नहीं हो सकती हैं।