लुधियाना : किताबों के जायके के साथ-साथ विद्यार्थियों के हुनर के जलवे, बदलते युग की तेज रफ्तार के साथ परिवृतित होते रहते है। ऐसे में स्कूल सिर्फ नम्बर लाने के लिए नहीं बल्कि बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभाओं को उभारने के साथ-साथ समाज और देश के अच्छे नागरिक बनाने में भूमिका अदा करें, ताकि बच्चे एक योगय इंसान बन सके, यह कहना है लुधियाना के कुंदन विद्या मंदिर हाई स्कूल के चेयरमैन वी.के गोयल का।
अपने दो दिवसीय फाउंडर डे सेलिब्रेशन आयोजन के दौरान यूकेजी व एलकेजी नौनिहालों से लेकर हाई स्कूल के छात्र-छात्राओं ने एक से बढक़र एक शानदार प्रस्तुति दी। बच्चों ने अपने-अपने सुर-ताल और नृत्य के जरिए जमकर दर्शकों की तालियां बटोरी।
पहले दिन के कार्यक्रम के दौरान मुख्य मेहमान लुधियाना के पुलिस कमीश्रर राकेश अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया तो दूसरे दिन के मुख्य मेहमान के रूप में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति आर.के. जैन शामिल हुए। आए हुए मेहमानों ने अभिभावकों और बच्चों को संबोधित करते हुए समाज और देश में अच्छी भूमिका अदा करने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर प्रबंधकीय बोर्ड के चेयरमैन वी.के गोयल, सेकटरी अश्विनी कुमार, प्रबंधक कपिल गुप्ता और स्कूल प्रिंसीपल मैडम नवीता पुरी ने स्वागत किया और दोनों मेहमानों ने स्कूल प्रागंण में पौधार्पण किए। कार्यक्रम की शुरूआत ‘सूर्य वंदना’ से हुई तो आखिरी में स्कूली छात्राओं ने सात रंगों के अनुरूप ‘सात सतरंगी बहार ’ की अलौकिक प्रस्तुति दी।
विद्यार्थियों ने देश के अलग-अलग राज्यों से संबंधित लोकनृत्यों और सभ्याचार को प्रस्तुत किया और इसके अतिरिक्त नाटक ‘आओ लौट चले ’ के जरिए रूख (पेड़) और मां की कोख (गोद) के महत्व को दर्शाते हुए पानी, पेड़ और बेटियों की प्रस्तुति बेटी बचाओं रूपी नाटक के सफल मंचन का प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों को भाव-विभोर किया। इसी बीच प्रिंसीपल नविता पुरी ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट को पढ़ा तो आखिर में 200 के करीब छात्राओं ने सुरताल के साथ जीवन में रंगों के महत्व को दर्शाते हुए कोरियोग्राफी के जरिए कैट वॉक करके शानदार समय बांधा।
- रीना अरोड़ा