कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को ‘‘ रबर का गुड्डा’’ करार दिया और विपक्ष के आरोप को सही ठहराया कि दिल्ली से आम आदमी पार्टी (आप) का नेतृत्व राज्य में सरकार चला रहा है। उन्होंने दावा किया कि मान सरकार के आने के बाद पंजाब में कानून व्यवस्था में ‘‘भारी गिरावट’’ आई है। सिद्धू ने पूर्व विधायक नवतेज सिंह चीमा और अश्विनी सेखरी के साथ पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से यहां मुलाकात की और बैठक के दौरान राज्य की कानून व्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों को उठाया। मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्यपाल ने धैर्य से उनकी बात सुनी।
मान के नेतृत्व में पंजाब की कानून व्यवस्था में आ रही ‘‘ तेजी से गिरावट’’
सिद्धू ने कहा, ‘‘उन्होंने ज्वंलत मुद्दों पर अपनी चिंता प्रकट की।’’ पंजाब में कांग्रेस इकाई के पूर्व अध्यक्ष सिद्धू ने कहा कि मान सरकार के अधीन राज्य की कानून व्यवस्था में ‘‘ तेजी से गिरावट’’आ रही है। उन्होंने दावा किया कि पिछले एक महीने में राज्य में 40 लोगों की हत्या हुई है। सिद्धू ने सवाल किया , ‘‘क्या वह (भगवंत मान) पंजाब की चिंता करते हैं? उन्होंने कहा, ‘‘रब्बर का गुड्डा’’ पंजाब का मुख्यमंत्री बन गया है।’’ सिद्धू ने दिल्ली से ‘‘रिमोट कंट्रोल’’के जरिये आप नेता अरविंद केजरीवाल द्वारा पंजाब की सरकार चलाने के विपक्ष के आरोप की ओर इंगित किया।
Pb Govt is acting like @ArvindKejriwal’s puppet… Police action against @DrKumarVishwas & @LambaAlka ji shows that it is being used to silence his critics… Congress stands firmly with Alka ji… Will accompany her to police station to protest against politicisation of Pb Police. pic.twitter.com/rarSg3CJh5
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) April 20, 2022
AAP सरकार ने किया पुलिस का राजनीतिकरण
उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार पुलिस का इस्तेमाल उनको निशाना बनाने के लिए कर रही है जो केजरीवाल के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। सिद्धू ने कहा, ‘‘आप (आप सरकार) पुलिस का राजनीतिकरण उसका इस्तेमाल अपने हित में करने के लिए कर रहे हैं। यह ‘बदलाव’ है या ‘बदला’...बदले की राजनीति की शुरुआत हो गई है।’’ बता दें कि सिद्धू की यह टिप्पणी केजरीवाल के खिलाफ कथित ‘‘ भड़काऊ बयान’’ देने के मामले को लेकर पूर्व आप नेता कुमार विश्वास और कांग्रेस नेता अल्का लांबा के घर पंजाब पुलिस के पहुंचने के एक दिन बाद आई है। दोनों नेताओं को पूछताछ के लिए 26 अप्रैल को समन किया गया है।