लुधियाना, अमृतसर : पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके लाडले सुपुत्र पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के डेरा सच्चा सौदा प्रमुख मुखिया बाबा राम रहीम से प्रगाढ़ संबंधों को लेकर पंजाब के तेज तर्रार कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू आज एक बार फिर अकाली सियासत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
स. सिद्धू ने आज सिखों की सर्वोच्च मीरी-पीरी संस्था श्री अकाल तख्त साहिब के सम्मुख पेश होकर अरदास के उपरांत एक शिकायत पत्र सौंपा। जिसमें श्री अकाल तख्त साहिब के सिंहसाहिबान जत्थेदार से बादलों के खिलाफ अपील करते हुए उन्हें सिख पंथ से छेके (निष्कासित) जाने की मांग की।
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पंजाबी भाषा में लिखे अपने खत के जरिए नवजोत सिंह सिद्धू ने बाप-बेटे समेत उनकी समस्त जुंडली को सिरसा साध के सियासी सौदागर के नाम से संबोधित करते हुए बरगाड़ी, बहिबल कलां और मालेरकोटला कांड के दोषी करार देेते हुए अकाल तख्त साहिब पर तलब करके पंथक मर्यादा अनुसार कार्यवाही करने की मांग की।
गुरू की नगरी अमृतसर में कांग्रेस कमेटी के प्रधान और सांसद सुनील जाखड़ केबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के साथ मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि पंजाब में घटित श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की घटनाओं के कारण सिखों के हृदय जख्मी हो गए थे। सिद्धू ने कहा कि इन घटनाओं को सिख कौम रहती दुनिया तक भुला नहीं सकेंगी। उन्होंने कहा कि बेअदबी मामले की सच्चाई लोगों के सामने आ गई है। पूरी सिख कौम अकाली दल के खिलाफ हो गई है। श्री अकाल तख्त साहिब दोनों बाप-बेटों को पंथ से निष्कासित करें।
सिद्धू इससे पहले भी बादल परिवार पर निशाना साधते रहे हैं। इससे पूर्व सिद्धू ने कहा था कि पंथ के नाम पर 40 साल पंजाब व सिख कौम तबाह करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और शिरोमणि अकाली के प्रधान सुखबीर बादल विधानसभा में सच का सामना नहीं कर सके। दोनों भगोड़े हैं, यही वजह है कि अब उनका घर से निकलना मुश्किल हो गया है। सिद्धू ने बादल परिवार पर अपने प्रहार करते हुए कहा कि विधानसभा में इनके पास केवल 13 सीटें ही बची हैं और भविष्य में यह भी नहीं रहेंगी। अकाली दल के प्रतिनिधि यह कह रहे हैं कि बेअदबी मामले में जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट में किसी को दोषी नहीं बताया गया।
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उन्होंने सवाल किया कि यदि रिपोर्ट में किसी को दोषी नहीं बताया गया, तो वे बहस में हिस्सा लेने से क्यों भागे। उन्होंने कहा कि बादल ने मुख्यमंत्री रहते हुए उस समय के डीजीपी सुमेध सैनी को आधी रात को फोन क्यों किया था? यह बातें उन्हें सदन में खड़े होकर बतानी चाहिए थी कि उन्होंने सैनी के साथ आधी रात को क्या बात की थी। सिद्धू ने कहा कि आधी रात को बात करने का खुलासा खुद अपने बयान में डीजीपी सुमेध सैनी कर चुके हैं। सिद्धू ने कहा कि प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री सुखबीर बादल यह बताएं कि उन्होंने बेअदबी के मामले में क्या कार्रवाई की थी।
संवाददाता सम्मेलन से पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने चुनिंदा समर्थकों के साथ सुबह-सवेरे सचखंड श्री दरबार साहिब में जाकर माथा टेका और अरदास के उपरांत उन्होंने बादलों को पंथ से छेके जाने के लिए श्री अकाल तख्त सािहब पर पहुंच बनाई। हालांकि लिखित तौर पर दी गई शिकायत के वक्त श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह मोके पर मौजूद नहीं थे। सिद्धू ने बंद लिफाफे के जरिए अपना खत जत्थेदार के लिए सचिवालय के अधिकारी जत्थेदार के निजी सहायक भाई भूपिंद्र सिंह सरपंच को सौंपा।