पंजाब में बिजली संकट को लेकर सियासी बयानबाजियां जारी है। पंजाब की कांग्रेस सरकार विपक्ष के निशाने पर होने के साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू के बकाया बिल की भी बात सामने आई थी। अब सिद्धू ने बिजली संकट का रास्ता निकालते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने पंजाब सरकार को सुझाव दिया है।
उन्होंने कहा, ” कांग्रेस हाईकमान द्वारा लोगों के हित में तैयार 18 प्वाइंट वाले एजेंडा से शुरू करें और पंजाब विधानसभा में नए विधान के माध्यम से बिना किसी निश्चित शुल्क के नेशनल पावर एक्सचेंज के अनुसार दरें तय कर बादल-हस्ताक्षरित बिजली खरीद समझौतों से छुटकारा पाएं!
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ”पंजाब सरकार पहले से ही नौ हजार करोड़ की सब्सिडी देती है लेकिन हमें घरेलू और इंडस्ट्रियल उपभोक्ताओं को 10-12 रुपये प्रति यूनिट सरचार्ज के बजाय 3-5 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली देनी चाहिए। साथ ही 24 घंटे की सप्लाई, कोई पावर कट नहीं और 300 यूनिट तक फ्री में बिजली दी जानी चाहिए। यह निश्चित रूप से प्राप्त करने योग्य है।”
Punjab already provides 9000 Crore Subsidy but we must do more for Domestic & Industrial consumer giving power at Rs 3-5 per unit instead of surcharge inflated Rs 10-12 per unit, along 24-hour supply with No Power-Cuts & Free Power (Upto 300 Units).. It is definitely achievable.
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 4, 2021
इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने आरोप लगाया था कि पंजाब किसी अन्य राज्य से अधिक पैसे देकर बिजली खरीदता है। सिद्धू ने कहा कि बादल सरकार ने तीन कंपनियों से बिजली खरीद की बात तय की थी। 2020 तक हम इन्हीं से बिजली लेते आ रहे थे। लेकिन अब पंजाब को नेशनल ग्रिड से बिजली लेनी चाहिए क्योंकि यहां पर सस्ती बिजली मिलेगी।