लुधियाना- अमृतसर : चीफ खालसा दीवान का प्रत्येक सदस्य भविष्य में अमृतधारी होगा। अब दीवान की ओर से गैर अमृतधारियों को सदस्य नहीं बनाया जाएगा। इस संबंध में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने चीफ खालसा दीवान को आदेश भेज दिए हैं।
उन्होंनें कहा है कि दीवान के सभी सदस्य दीवान के संविधान के पन्ना नंबर तीन की मद नंबर 5 के अनुसार पंथक रिवायतों, मर्यादा और परंपराओं के अनुसार अमृतपान करें। अगर कोई सदस्य अमृतपान नहीं करता है तो दीवान के पदाधिकारी उस सदस्य को दीवान की सदस्यता से बाहर कर दें।
ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि दीवान सिख धर्म की प्रचीन धार्मिक व शिक्षण संस्था है। जिसके सदस्यों का अमृतधारी होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का अगर कोई सदस्य उल्लंघन करता है तो उनके खिलाफ सिख मर्यादा के तहत कार्रवाई होगी।
उल्लेखनीय है कि चीफ खालसा दीवान के अध्यक्ष चरणजीत सिंह चड्ढा की अश्लील वीडियो वायरल हुई थी, जिसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने चड्ढा को दीवान की प्राथमिक सदस्यता के साथ साथ सभी धार्मिक व अन्य समाजिक पदों से हटाने का आदेश दिया था। इसके साथ ही उन्हें दीवान के सभी पदों के साथ प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया है। उधर, चीफ खालसा दीवान के आनरेरी सचिव नरिंदर सिंह खुराना ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के आदेशों का स्वागत करते हुए कहा कि यह आदेश सही है। इसे पूरी तरह लागू किया जाएगा।
– सुनीलराय कामरेड
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