लुधियाना : लुधियाना के किदवई नगर स्थित आरएसएस की शाखा पर फायरिंग केस में गिरफ्तार एनआरआई जगतार सिंह जौहल ने पंजाब में टार्गेट किलिंग के तहत उपरोक्त सहित हिंदू व अन्य संगठनों-समुदायों के नेताओं पर हमलों की साजिश में अपना हाथ होने की बात को स्वीकार कर लिया है। जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सात समुद्र पार कनाडा (यू.के) में सिख जत्थेबंदियों द्वारा जौहल को हिरासत में लिए जाने का जबरदस्त विरोध चल रहा है।
यह दावा आज लुधियाना पुलिस ने जौहल का पुलिस रिमांड बढाने की मांग के दौरान अदालत में किया। इस संबंधी जानकारी देते हुए जिला अटार्नी रविंदर कुमार अबरौल ने बताया कि पुलिस ने आज अदालत में जौहल का 7 दिन का पुलिस रिमांड मांगा था और अदालत को बताया था कि आरोपी जौहल ने पुलिस के समक्ष यह बात कबूल की है कि उसने यूके में अन्य आरोपी व एक पीएचडी नामक व्यक्ति के साथ मिलकर पंजाब में टार्गेट किलिंग के तहत विभिन्न हिंदू व अन्य समुदाय के नेताओं को निशाना बनाने की साजिश रची थी। जिसके तहत ही उन्होंने तलजीत सिंह उर्फ जिम्मी को 28 हजार रूपये की राशी भेजी थी व अन्य राशी का भी लेन-देन किया था ताकी जिम्मी अन्य लोगों के साथ मिलकर पंजाब में वारदातों को अंजाम देकर पुन: आतंकवाद का डर पैदा कर सके।
राजबीर सिंह चाहल ने बताया कि अदालत ने दलीलों से सहमत होते हुए जौहल को 1 दिन पर पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। वहीं पुलिस थाना डिविजन नंबर 2 ने इसी मामले में तलजीत सिंह उर्फ जिम्मी को भी नामजद करते हुए उसका अदालत से पुलिस रिमांड मांगा और अदालत को बताया कि आरोपी जिम्मी का इस मामले से सीधे तौर पर संबंध है क्योंकि उसी ने कडी बनते हुए इस वारदात को अंजाम देने के लिए साजिश की थी और उससे इस मामले से जुड़े अन्य आरोपियों संबंधी पूछताछ करनी बाकी है। जिस पर अदालत ने आरोपी जिममी को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। वहीं, पास्टर सुल्तान मसीह के केस में आज सुमित सभ्रवाल की अदालत में अनिल कुमार को पेश किया गया। जिसे भी अदालत ने 1 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। उल्लेखनीय है कि पिछले सात महीनों के दौरान 47 सिख नौजवानों को आंतकवाद के नाम पर पंजाब सरकार ने गिरफ्तार किया है। अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें।
- सुनीलराय कामरेड