पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बृहस्पतिवार को कहा कि जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव निकट आ रहे हैं, कुछ राष्ट्र विरोधी शक्तियां राज्य में अराजकता फैलाने के प्रयास कर रही हैं।
चन्नी ने यह बात लुधियाना जिला न्यायालय परिसर में हुए बम विस्फोट के बाद कही, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच घायल हो गए।
लुधियाना बम विस्फोट की विपक्षी नेताओं ने निंदा की
इस बीच, पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी हमले की निंदा की।
कुछ राष्ट्र विरोधी शक्तियां राज्य में अराजकता फैलाने की कर रही हैं प्रयास
मुख्यमंत्री ने यह आशंका भी व्यक्त की कि हो सकता है कि विस्फोट में मरने वाला व्यक्ति ही बम को संचालित कर रहा हो।
चंडीगढ़ में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा,”जैसे-जैसे चुनाव निकट आ रहे हैं, कुछ राष्ट्र-विरोधी और राज्य-विरोधी शक्तियां इस तरह की घिनौनी हरकतें करने के प्रयास कर रही हैं और इसके लिए सरकार सतर्क है तथा लोगों को भी सावधान रहना चाहिए।”
चन्नी ने कहा कि पहले बेअदबी के प्रयास भी किए गए थे, लेकिन वे सफल नहीं हुए। अब, इस विस्फोट को अंजाम दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने विस्फोट में घायल हुए लोगों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली
चन्नी, उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और राज्य के मंत्री भारत भूषण आशु लुधियाना के एक अस्पताल पहुंचे और विस्फोट में घायल हुए लोगों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने लुधियाना में संवाददाताओं से कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि घटना में मरने वाला व्यक्ति बम को ऑपरेट कर रहा था।
चन्नी ने विस्फोट को ”दुर्भाग्यपूर्ण घटना” करार देते हुए कहा कि इस घटना में पांच लोग घायल हो गए और वे खतरे से बाहर हैं।
उन्होंने आशंका व्यक्त की कि राज्य के विधानसभा चुनावों से पहले पंजाब में ‘अराजकता फैलाने’ के प्रयास किये जा रहे हैं।
चन्नी ने कहा, ”मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हर कीमत पर शांति बनाए रखी जाएगी।”
उन्होंने कहा, ”हमारी पुलिस कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सक्षम है।”
उन्होंने कहा, ”लेकिन कौन सी एजेंसियां पंजाब की शांति भंग करने की कोशिश कर रही हैं, यह स्पष्ट हो जाएगा क्योंकि जांच जारी है।”
अमरिंदर सिंह ने राज्य की शांति एवं सुरक्षा चुनौतियों को लेकर अपनी चिंता दोहराई
इस बीच, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने विस्फोट की निंदा की और राज्य की शांति एवं सुरक्षा चुनौतियों को लेकर अपनी चिंता दोहराई।
उन्होंने कहा, ”पंजाब की शांति और सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है और इस तरह की घटनाएं उस चुनौती ओर संकेत करती हैं जिन्हें गंभीरता से लिया जाना चाहिए और सरकार जिस तरह इसे दरकिनार करने की कोशिश कर रही है, ऐसा नहीं किया जाना चाहिये।”
पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने भी विस्फोट की निंदा करते हुए कहा,”निर्दोष लोग वोट बैंक की राजनीति और ध्रुवीकरण के लिए जान गंवा रहे हैं।”
सिद्धू ने ट्वीट किया, ”मैं इस कायरतापूर्ण कृत्य की निंदा करता हूं … वोट बैंक की राजनीति और ध्रुवीकरण के कारण निर्दोष लोग जान गंवा रहे हैं !! आशा और एकता की राजनीति को डर और विभाजन की राजनीति की जगह लेनी चाहिए। विभाजनकारी ताकत महान गुरुओं द्वारा हमें दी गई पंजाबियत की अदम्य भावना से पराजित होगी।”
I condemn this cowardly act … Innocent people losing lives to vote bank politics and polarisation !! The politics of Hope and Unity must replace the politics of Fear and Division. Divisive force will be defeated by the indomitable spirit of Punjabiyat given to us by Great Gurus pic.twitter.com/whAqO6DcBS
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) December 23, 2021
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने घटना के लिए ”राष्ट्र विरोधी” ताकतों को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग इस सीमावर्ती राज्य में कभी भी सौहार्द और शांति भंग नहीं होने देंगे।
शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने विस्फोट पर दुख जताया है।
हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया, ”राजनीतिक प्रतिशोध के लिए पुलिस का इस्तेमाल किया जा रहा है। मेरा मानना है कि डीजीपी को कानून-व्यवस्था बनाए रखनी चाहिये, जो वे नहीं कर रहे हैं।”