लुधियाना-जालंधर : पंजाब में अखबारों के नाम से विख्यात जालंधर शहर में हर रोज कोई ना कोई हादसा हो रहा है। 3 वर्षीय मासूम बच्चे की अपने ही स्कूल की बस से हुई दर्दनाक मौत की सुर्खिया सूखी भी नहीं थी कि आज जालंधर के मिटठापुर इलाके में 18 टायरों वाला ट्राला हाई वोल्टेज तारों की चपेट में आया, जिस कारण ट्राले को आग लगने से ट्राले में बैठे ड्राइवर की दर्दनाक मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि यह ट्राला राजस्थान के सूरत से सीमेंट को लेकर आ रहा था, जिसने जालंधर के समस्तपुर में जाना था, इसी दौरान जब वह मिटठापुर में पहुंचा तो यह हादसा घटित हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही इलाका पुलिस ने मोके पर पहुंचकर लाश को अपने कब्जे में लेकर अगली कार्यवाही शुरू कर दी।
पुलिस चौकी जालंधर हाइट्स के चौकी इंचार्ज सुरिंद्र सिंह ने बताया कि यह हादसा ड्राइवर की गलती से रास्ता भूल जाने के कारण बुधवार सुबह सवेरे 4 बजे के करीब हुआ। उन्होंने बताया कि इस एरिया में हाई वोल्टेज की तारें नीचे होने के कारण ट्रक के साथ टकरा गई और धमाके के साथ ट्रक को आग ने लपेट में ले लिया।
ड्राइवर की झुलसने से मोके पर ही मौत हो गई। वाहन में आग लगने पर मौके पर तुरंत दमकल विभाग की टीम पहुंची। हालांकि जब तक आग पर काबू पाया जाता, तब तक चालक की जलकर मौत हो चुकी थी। ट्राला बुरी तरह आग की चपेट में आ गया था। इस कारण उसमें रखे कागजात भी जल गए। फिलहाल, ड्राइवर की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने शव सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है।
थाना सदर के एसएचओ सुलखन सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि सीमेंट से लोडेड ट्राला (आरजे 31 जी ए 9248) राजस्थान के हनुमानगढ़ से शहर की ओर आ रहा था। क्षेत्र वासियों ने बताया कि पिछले कई सालों से उनके गांव में बहुत कम ऊंचाई से हाई वोल्टेज बिजली के तार गुजर रहे हैं। उन्होंने कई बार बिजली विभाग को इसके बारे में बताया पर किसी अधिकारी के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। अगर समय रहते तारों की ऊंचाई बढ़ा दी जाती तो यह हादसा होने से बच जाता।
– सुनीलराय कामरेड