लुधियाना : सॅरी (कनाडा) आधारित टीवी चैनल प्राइम एशिया के मुख्य कार्यकारी प्रबंधक और चेयरमैन अमन खटकड़ ने लुधियाना में विरासत एकेडमी द्वारा रखी गई बुद्धिजीवियों और साहित्यकारों की विशेष बेठक को संबोधित करते हुए कहा कि 7 नदियों का सप्त सिंधू जब 5 आब बना तो पंजाब बंट गया। आजादी के वक्त दोबारा पंजाब बंटा जिसके साथ दोनो तरफ ना केवल 10 लाख पंजाबियों की जिंदगी ही नही गई बल्कि भाषा, साहित्य और सभ्याचार के भी चित्थड़े-चित्थड़ हुए।
1966 में पंजाबी सूबे के नाम पर हिमाचल छिन गया तो हरियाणा में कई पंजाबी बोलने वाले इलाके चले गए। हर तरफ पंजाब को ठगा गया। दुख की बात यह है कि पंजाब हर बार हो रही बर्बादी के बावजूद सचेत नहीं है। जबकि विदेशों में बसे पंजाबी हर वक्त इस पंजाब की खैर मांगते है और यहां की बोली, भाषा, साहित्य और सभ्याचार के विकास के लिए बहुमूल्य हिस्सा डालते है।
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उन्होंने 2 साल पहले शुरू किए गए प्राइम एशिया अमेरिका, कनाडा, बरीट एशिया द्वारा पूरे यूरोप और आस्ट्रेलिया, न्यूजीलेंड से इंटरनेट द्वारा पूरे विश्व में देखा जा रहा है। खटकड़ ने कहा कि प्रसिद्ध लेखक, चिंतक और बुद्धिजीवियों की सोच की प्रेरणा से विकास हुआ है।
उन्होंने बताया कि चंडीगढ़, जालंधर के बाद पंजाब के अन्य शहरों में भी चैनल के स्टूडियों स्थापित किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए गर्व की बात है कि प्रो. गुरभजन सिंह गिल, एडवाइजरी बोर्ड में शािमल है।
इनके अतिरिक्त पंजाबी साहित्य अकादमी लुधियाना के प्रधान प्रो. रविंद्र सिंह भटठल, पंजाबी लेखक जसवंत जफर और पंजाबी कवि तरलोचन लोची समेत सरदारनी जसविंद्र कौर गिल और प्रो. बलबीर कौर पंधेर ने अमन खटकड़ को सिरौपा समेत 11 पुस्तकों का सैट देकर सम्मानित किया।