लुधियाना-अमृतसर : श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि कनाडा सरकार की ओर से सिखों को कनाडा की घरेलु व इंटरनेशनल उड़ानों में 6 सेटिमीटर की कृपाण पहन कर सफर करने की दी इजाजत एक स्वागत योग कदम है। क्या इतनी छोटी कृपाण सिख धार्मिक मर्यादा के अनुसार पहनी जा सकती है या नहीं इस पर पांच सिंह साहिबान की 13 नंवबर को होने वाली बैठक में विचार किया जाएगा। ज्ञानी गुरबचन सिंह बुधवार को मीडिया के साथ बातचीत कर रहे थे।
सिंह साहिबान ने कहा कि कनाडा सरकार की ओर से सिखों को छोटी कृपाण पहन कर हवाई सफर करने की दी गई इजाजत एक सहरनीय कदम है। इस आदेश को लागू करवाने के लिए विश्व सिख संस्था की ओर से निभाई गई भूमिका की भी प्रशंसा की जाती है। परंतु कृपाण के साइज संबंधी फैसला सिख बुद्धिजीवियों के साथ सलाह मशिवरा करके ही लिया जा सकता है।
ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि अमरीका के न्यू जरसी शहर में साबत स्वरूप सिंख रविंदर सिंह भल्ला का पहला सिख मेयर चुना जाना विश्व स्तर पर सिखों के लिए मान की बात है। उन्होंने कहा कि अमरीका के सभी सिखों को भल्ला को सहयोग देना चाहिए। इस से दुनिया भर में सिखों की पहचान सही ढंग से पेश करने में मदद मिलेगी। उन्होनें कहा कि प्रत्येक सिख के नाम के साथ सिंह शब्द अवश्य उपयोग किया जाए। एक सवाल के जवाब में सिंह साहिबान ने कहा कि सोशल मीडिया पर शिव सेना के एक नेता सुधीर सूरी की ओर से जो भडक़ाडू वीडियो डाली गई है इस वीडियों का कौम गंभीर नोटिस लेती है।
इस लिए पुलिस और सरकार को इस वीडियो के आधार पर सुधीर सूरी के खिलाफ सिख भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज करके उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाए। ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति पंजाब के हिन्दू सिख भाई चारे में विवाद पैदा करके हालातों को खराब करने की कोशिश न कर सके। सिख कौम के खिलाफ किसी को भी अगल ब्यान देने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नानक शाही कैलेंडर व संशोधित नानक शाही कैलेंडर को लेकर जो विवाद सिख संगत में चल रहा है। उस पर विचार आने वाली पांच सिंह साहिबान की बैठक में किया जाएगा।
सिंह साहिबान ने कहा कि दिल्ली के रजौरी गार्डन गुरूद्वारा में एक विवाह कार्यक्रम के दौरान बजाए गए बैंड संबंधी गुरूद्वारा कमेटी को नोटिस भेज दिया गया है। ताकि वह पेश होकर अपना स्पष्टीकरण दें। उन्होंने कहा कि रंजीत सिंह ढडरियांवाला की ओर से अमृतसर में किए जा रहे धार्मिक कार्यक्रम को लेकर सिखों में रोष पाया जा रहा है। इस मामले पर कुछ संगठनों ने उनको भी ज्ञापन दिया है। क्या ढडरियां वाला के कार्यक्रम के उपर बैन होना चाहिए या नहीं इस पर विचार भी 13 नवंबर की बैठक के दौरान लिया जाएगा।
– सुनीलराय कामरेड