प्रधानमंत्री नरेंद, मोदी पांच जनवरी को पंजाब आएंगे और फिरोजपुर में सौ बिस्तरों के पीजीआई सैटलाईट सेंटर का शिलान्यास करने के अलावा एक बड़ रैली को सम्बोधित करेंगे।
ऐतिहासिक बनाने के लिये तैयारियां शुरू
केंद्रीय कृषि कानून समाप्त करने के बाद श्री मोदी का पंजाब का यह पहला दौरा होगा। उनके साथ रैली मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा तथा कई अन्य वरिष्ठ नेता भी नजर आएंगे। यह रैली एक तरह से राज्य में भाजपा और उसके घटक दलों पंजाब लोक कांग्रेस(पीएलसी) और शिरोमणि अकाली दल (शिअद-संयुक्त) की राज्य में अगले वर्ष के शुरू में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों के चुनाव प्रचार की शुरूआत होगी जिसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाने और इसे ऐतिहासिक बनाने के लिये तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। भाजपा और उसके घटक दलों ने सतही स्तर पर रैली को लेकर सम्पर्क अभियान भी शुरू कर दिये हैं।
117 विधानसभा सीटों के लिये अपने प्रत्याशी उतारने का फैसला
उल्लेखनीय है कि राज्य विधानसभा चुनावों के लिये भारतीय जनता पार्टी(भाजपा), पीएलसी और शिअद संयुक्त के बीच गठबंधन हो चुका है। गठबंधन ने राज्य की सभी 117 विधानसभा सीटों के लिये अपने प्रत्याशी उतारने का फैसला लिया है। सीटों के बंटवारें को लेकर तीनों दलों की छह सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा की गई है जिसमें प्रत्येक दल के दो-दो प्रतिनिधि होंगे।
कृषि कानून वापिस लेने और करतारपुर कॉरिडोर खोलने जैसे फैसले अहम
वहीं कृषि कानूनों और इनके विरोध में चले किसान आंदोलन के कारण राज्य के लोगों विशेषकर कृषक समुदाय की नाराजगी झेल रही भाजपा के लिये यह गठबंधन जहां एक राहत का सबब बन कर आया है वहीं उसे उम्मीद है कि श्री मोदी के रैली से राज्य में उसके प्रति लोगों के रूख में बदलाव आएगा और चुनावी माहौल भी बदलेगा। मोदी सरकार ने सत्ता सम्भालने के बाद से पंजाब और विशेषकर सिख समुदाय के लिये अनेक अहम फैसले लिये हैं जिनमें सिखों की काली सूची समाप्त करने, लंगर को जीएसटीमुक्त करने, सिख विरोधी दंगों के दोषियों को सत्रा सुनिश्चित करने, अफगानिस्तान ने सिखों की सुरक्षित वापसी, कृषि कानून वापिस लेने और करतारपुर कॉरिडोर खोलने जैसे फैसले अहम हैं।
इस तरह की भी उम्मीद है कि श्री मोदी अपने आगमन के दौरान राज्य के लिये किसी और बड़ तोहफे का ऐलान कर सकते हैं। प्रधानमंत्री जिस सैटलाईट सेंटर का शिलान्यास करेंगे वह पीजीआई का पंजाब में दूसरा है जो 25 एकड़ में स्थापित किया जाएगा। इससे पहले संगरूर में पीजीआई का पहला सेंटर स्थापित किया गया है।