लुधियाना-फिरोजपुर : पंजाब के कई इलाकों से शराब माफिया द्वारा लॉकडाउन और कर्फ्यू की कार्यवाही के दौरान बड़े धड़ल्ले से तस्करी को मनमाफिक तरीके से अंजाम दिया जा रहा है। कोरोना के कार्यकाल के दौरान जहां आम लोगों को रोटी-कपड़े की चिंता सता रही है वही लोगों में चर्चा है कि शराब माफिया मंत्रियों की छत्रछाया में फलफूल रहा है। पूर्व अकाली मंत्री विक्रमसिंह मजीठिया ने 3 मंत्रियों पर आरोप लगाए है कि सरकार रेत और शराब में बड़ी धंाधली करती है और रेबन्यू को चूना लगाया जा रहा है। इसी क्रम में आज पंजाब के सीमावर्ती इलाके फिरोजपुर में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की धुडक़ी के बाद पुलिस ने शराब माफिया द्वारा सरकारी खजाने को लगाए जा रहे झगड़ों की रिपोर्टो के बाद कुंभकरनी नींद से जागते हुए आबाकारी विभाग के अधिकारियों ने बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है।
बीती 22 मई के सरकारी आंकड़ों की चर्चा की जाएं तो एक ही दिन में आबाकारी विभाग ने पुलिस से मिलकर जिले में 924 बोतलें नाजायज शराब और करीब सवा लाख लीटर नकली शराब बरामद करके जिले के अलगअलग पुलिस स्टेशनों में 4 महिलाओं समेत 21 लोगों के खिलाफ 18 मुकदमे दर्ज करके इतिहास रचा है।
उधर बीती रात जीरकपुर पुलिस ने भी केंटरों में 50 हजार लीटर एल्कोहल (इ.एन.ए) बरामद की है। डीएसपी गुरबख्श सिंह मान ने बताया कि डिप्टी कमीश्रर मोहाली गरीश दयालन के निर्देशों पर कार्यवाही की गई है। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने एक धर्म कांटे के नजदीक नाकाबंदी के दौरान रात ढाई बजे केंटरों को रोककर उनकी तलाशी ली तो उनमें 50 हजार लीटर एल्कोहल बरामद हुई। उन्होंने बताया कि यह केंटर राजपुरा से आ रहे थे और चंडीगढ़ जाने थे। जबकि दूसरा केंटर हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले से आ रहा था, जिसें पोंटा साहिब जाना था। पुलिस ने दोनों केंटरों के चालकों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी।
-सुनीलराय कामरेड