पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की छिटपुट घटनाओं तथा चुनावों में धांधली के आरोपों के बीच बुधवार को जिला परिषदों और पंचायत समितियों के लिए मतदान सम्पन्न हुआ।
विपक्षी अकाली दल ने कांग्रेस पर ‘‘बूथों पर कब्जा करने, फर्जी मतदान कराने और बल प्रयोग करने’’ का आरोप लगाया। हालांकि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि मतदान ‘‘स्वतंत्र एवं निष्पक्ष’’ हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम चार बजे तक चला। मतगणना 22 सितंबर को होगी। इन चुनावों के तहत जिला परिषद के कुल 354 और पंचायत समिति के लिए 2,900 सदस्य निर्वाचित होंगे। राज्य में कुल 22 जिला परिषद और 150 पंचायत समितियां हैं।
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मुक्तसर जिले में वोट देने के बाद अपने इलाके में मतदान केंद्रों का दौरा करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने दावा किया कि हाथों में तलवारें लिए बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बूथों पर कब्जा किया और इस दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही।
उन्होंने कहा, ‘‘ बूथों पर कब्जा हो रहा है और एक विधायक होने के नाते मैं अपने इलाके में इसे बर्दाश्त नहीं करूंगा। पुलिस अपना कर्तव्य नहीं निभा रही। यह किस तरह के चुनाव थे जिनमें बूथों पर कब्जा हुआ और अकालियों के नामांकन पत्रों को अस्वीकार किया गया।’’
अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने आरोप लगाया कि फिरोजपुर, मुक्तसर, बठिंडा, मोगा, संगरूर, पटियाला, मोहाली और फरीदकोट में 62 मतदान केंद्रों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कब्जा कर लिया।
अकाली नेताओं ने दावा किया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अकाली कार्यकर्ताओं तथा अन्य लोगों को मारा और बठिंडा जिले के दुल्लेवाल गांव में गोलीबारी की जहां एक लड़की घायल हो गई। बहरहाल, बठिंडा के डीएसपी गुरप्रीत सिंह ने कहा कि दुल्लेवाल में गोलीबारी की कोई घटना नहीं हुई। लड़की एक वाहन की चपेट में आने से घायल हुई।
बठिंडा में पूर्व मंत्री तथा अकाली नेता सिकंदर सिंह मलूका ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर कांगर, भाई रूपा तथा सलाबतपुरा में बूथों पर कब्जा करने का आरोप लगाया। मलूका के नेतृत्व में अकाली कार्यकर्ताओं ने सत्तारूढ़ पार्टी के प्रति विरोध जताने के लिए भगत बठिंडा मार्ग को बाधित किया।
बठिंडा के डीएसपी गुरप्रीत ने इन आरोपों को खारिज किया लेकिन साथ ही कहा कि दयालपुर मिर्जा मतदान केंद्र पर कुछ लोग बूथ पर कब्जा जमाने की घटना में शामिल थे और इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उन्होंने कहा कि घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं।
मजीठिया ने दावा किया कि मंत्रियों, विधायकों के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फर्जी मतदान किया और दावा किया कि एक निर्वाचन अधिकारी वीडियो कैमरे पर कांग्रेस के पक्ष में मतपत्र पर मुहर लगाते पकड़ा गया। कांग्रेस और अकाली कार्यकर्ताओं के बीच फिरोजपुर, मुक्तसर, बठिंडा और अमृतसर में कई इलाकों में झड़पों की खबरें आई।
झड़पों के दौरान दोनों गुटों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर पथराव किया और लाठियों का इस्तेमाल किया जिससे कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं। अकाली दल के आरोपों को खारिज करते हुए पंजाब कांग्रेस प्रमुख सुनील जाखड़ ने दावा किया कि मतदान ‘‘शांतिपूर्ण, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष’’ रहा।
आम आदमी पार्टी ने भी कांग्रेस पर बूथों पर कब्जा करने की घटना में शामिल होकर ‘‘लोकतंत्र की हत्या’’ करने का आरोप लगाया।
पुलिस ने बताया कि फिरोजपुर में कुछ अज्ञात लोगों ने बस्ती अजीज वाली इलाके में हवा में गोलियां चलाईं और शिअद कार्यकर्ता की कार की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए।
अधिकारियों ने बताया कि फतेहगढ़ साहिब जिले में वोट डालने के बाद घर लौटते समय 44 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई।