लुधियाना, कोटकपूरा : श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी और फरीदकोट स्थित बरगाड़ी मामले के मुख्य साजिशकर्ता जिसकी नाभा जेल में 2 सिख कैदियों द्वारा लोहे की राड़ों से हमला करके हत्या कर दी गई थी, का आज बाद दोपहर अंतिम संस्कार किए जाने की प्रबल संभावनाएं थी लेकिन कोटकपूरा में जो हालात बने हुए है उसको देखकर लगता है कि आज बिटटू का संस्कार किसी भी हालत में नहीं हो सका। पंजाब पुलिस की तरफ से आइ.जी मुखविंद्र सिंह छिना अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ विशेष तौर पर डेरा प्रेमी सत्संग घर नामचर्चा में विशेष तौर पर पहुंचे और बिटटू के परिवारिक सदस्यों के साथ दुख सांझा किया।
इसी के साथ ही आइजी ने अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मृतक के परिवार को उनका संस्कार करने की मिन्नतें करते दिखे। प्रशासन ने डेरा प्रेमियों को विश्वास भी दिलाया कि परिवार की हर प्रकार से सुरक्षा यकीनी बनाई जाएंगी। इस पर डेरा प्रेमियों ने एक ही स्वर में प्रशासन के आगे मांग रखी है कि जिन डेरा प्रेमियों पर श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के मामले में जो केस दर्ज किए गए है, वे सभी तत्काल रदद किए जाएं। उन्होंने यह भी मांग की है कि डेरा प्रेमी महिंद्रपाल बिटटू के हुए कत्ल में शामिल व्यक्तियों को उकसाने वाला साजिशकर्ता का चेहरा बेनकाब किया जाएं।
महिंद्रपाल बिटटू के बेटे अरङ्क्षमंद्र ने अपने पिता के लिए इंसाफ की मांग करते कहा कि उसके पिता पर प्रशासन और सियासी नेताओं ने एक साजिश के तहत केस दर्ज करके फंसाया था। उनका दावा था कि महिंद्रपाल बिटटू की जमानत याचिका हाईकोर्ट में लगी हुई थी जिसका फैसला जुलाई में होना था। नाभा जेल में मारे गए डेरा प्रेमी महिंदर पाल उर्फ बिट्टू को बरगाड़ी मामले में सीबीआइ की ओर से चालान न पेश किए जाने के कारण पिछले साल ही जमानत मिल गई थी, लेकिन मोगा व कोटकपूरा से संबंधित दो केस लंबित होने के कारण उसे जेल में रखा गया था। पंजाब पुलिस ने उसे पिछले वर्ष हिमाचल प्रदेश के पालमपुर से गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के बाद कई डेरा प्रेमियों को पकड़ा गया था।
उन्होंने कहा कि पारिवारिक सदस्यों ने एक दिन पहले ही उनसे मुलाकात की थी, जहां बिटटू ने यह भी कहा था कि पुलिस द्वारा उन्हें धमकाया जा रहा है।
गुरमीत राम रहीम के समर्थक 50 वर्षीय महिंदरपाल सिंह उर्फ बिट्टू की नाभा स्थित नई जिला जेल हत्या कर दी गई। जेल में दो कैदियों ने लोहे के सरिये से हमला कर उसकी हत्या कर दी। बिट्टू फरीदकोट जिले के चंदकपूरा का रहने वाला था। इससे कोटकपूरा सहित कई क्षेत्रों में तनाव है। कोटकपूरा और बरगाड़ी में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। रेपिड एक्शन फोर्स और बीएसएफ के जवान भी तैनात किए गए हैं। पुलिस और प्रशासन के उच्च अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं और हालात पर नजर रखे हुए हैं।
उधर, डेरा सच्चा सौदा सिरसा ने कहा कि जब तक बिट्टू के कत्ल केस की साजिश रचने वाले आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया जाता और जब तक बेअदबी के केस रद नहीं किए जाते, तब तक बिट्टू का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
हत्या के आरोपित मनिंदर सिंह व गुरसेवक सिंह जेल में हत्या के केस में सजा काट रहे हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। इसके अलावा घटना की न्यायिक जांच अलग से होगी। इस घटना से बरगाड़ी और कोटकपूरा में तनाव है और भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
आज सुबह सवेरे महिंदरपाल बिटटू का शव साढ़े सात बजे भारी सुरक्षा के तहत कोटकपूरा पहुंचा। इससे पहले महिंद्रपाल बिटटू की मृतक देह का नाभा स्थित सिविल अस्पताल में 4 बजे के करीब पोस्टमार्टम किया गया। तत्पश्चात बिटटू की मृतक देह परिवारिक सदस्यों के हवाले करके कोटकपूरा के लिए रवाना किया गया था। अंतिम संस्कार को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है।
शव को डेरा सच्चा सौदा के नाम चर्चा घर में रखा गया है। काफी संख्या में डेरा प्रेमी वहां पहुंच कर महिंदरपाल को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। नामचर्चा घर और आसपास के क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। फिरोजपुर रेंज के आइजी मुखविंदर सिंह छीना भी अन्य पुलिस अफसरों के साथ वहां पहुंचे। आइजी छीना और एसएसपी राज बचन सिंह संधू ने महिंदरपाल के भाई और बेटे से बात की।
उधर, जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सहायक जेल सुपरिंटेंडेंट अजमेर सिंह (इंजार्च स्पेशल सिक्योरिटी सेल), बैरक प्रभारी मेजर सिंह व अमन गिरी और संतरी लाल सिंह को निलंबित कर दिया है। जेल सुपािंटेंडेंट बीएस भुल्लर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए होम सेक्रेटरी को पत्र लिखा है।
स्मरण रहे कि महिंदरपाल सिंह सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा की 45 सदस्यों वाली कमेटी में शामिल था। उसे पिछले साल सात जून को हिमाचल प्रदेश के पालमपुर से गिरफ्तार किया गया था। जेल में इन दिनों बिल्डिंग की कंस्ट्रकशन का काम चल रहा है। इस वजह से अंदर सरिया व लोहे का अन्य अन्य सामान पड़ा था। शनिवार शाम को जब सभी कैदी बैरक में जा रहे थे, तो दोनों आरोपितों ने महिंदरपाल पर सरिये से हमला कर दिया। बुरी तरह से घायल बिट्टू को तुरंत नाभा सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
– सुनीलराय कामरेड